UPI के जरिए हो रही ठगी, जानें कैसे रखें खुद को सुरक्षित
साइबर जालसाजों ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का उपयोग कर कई धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस साल के पहले 6 महीनों में दिल्ली में UPI से जुड़ी धोखाधड़ी सबसे सामान्य वित्तीय घोटाले बन गई। दिल्ली पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जून महीने तक 25,924 UPI शिकायतें दर्ज की गईं। ऐसे में यूजर्स को UPI का उपयोग करते समय सतर्क रहना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए।
जालसाज ऐसे करते हैं ठगी
साइबर जालसाज UPI के माध्यम से ठगी करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करते हैं। वे फिशिंग के जरिए यूजर्स को धोखाधड़ी वाले लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित करते हैं। नकली UPI QR कोड से जालसाज यूजर्स को खतरनाक वेबसाइटों पर ले जाकर उनके UPI क्रेडेंशियल चुराते हैं। इसके अलावा, स्क्रीन मॉनिटरिंग ऐप्स संवेदनशील जानकारी जैसे UPI पिन और OTP रिकॉर्ड कर सकते हैं। जालसाज कई मामलों में कलेक्शन रिक्वेस्ट भेजकर UPI यूजर्स से पैसे मांगते हैं।
UPI ठगी से कैसे सुरक्षित रहें?
UPI ठगी से बचने के लिए उपयोग न होने पर अपने फोन को हमेशा लॉक रखें और UPI का उपयोग करने के लिए हमेशा किसी विश्वसनीय पेमेंट ऐप का ही उपयोग करें। अपने UPI पिन या अन्य वित्तीय अकाउंट से जुड़े पासवर्ड को किसी के भी साथ साझा ना करें। किसी भी UPI ID पर पैसा भेजने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच करें। साइबर ठगी की आशंका होने पर साइबर अपराध सेल और अपने बैंक में सूचना दें।