गांवों में भी शुरू होगी 5G टेस्टिंग, MTNL जल्द शुरू कर सकती है ट्रायल
क्या है खबर?
डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस (DoT) की कोशिश है कि नई 5G टेक्नोलॉजी केवल शहरों तक सीमित ना रह जाए और ग्रामीण भारत इससे अछूता ना रह जाए।
DoT जल्द टेलिकॉम कंपनियों से गांवों में भी 5G टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग के लिए कह सकती है और MTNL भी ट्रायल्स शुरू कर सकती है।
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से सामने आया है कि शहरों के अलावा गांवों में भी 5G टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग की जाएगी।
रिपोर्ट
गांवों को महत्व दें कंपनियां
मामले से जुड़े आधिकारिक सोर्स ने बताया है कि 5,000 रुपये की फीस सबमिट करने के बाद सरकार की ओनरशिप वाली MTNL को भी जल्द ट्रायल स्पेक्ट्रम गांवों में टेस्टिंग के लिए दिया जाएगा।
सोर्स ने कहा, "डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन अब टेलिकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश देगा कि वे 5G ऐप्लिकेशंस की टेस्टिंग के लिए अपने शहरी सेंटर्स के अलावा गांवों को भी महत्व दें।"
बता दें, कई कंपनियों को पहले ही ट्रायल्स शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है।
टेस्टिंग
दिल्ली में ट्रायल करेगी MTNL
सोर्स के मुताबिक, MTNL ने राजधानी दिल्ली में 5G ट्रायल्स शुरू करने के लिए C-DoT के साथ साझेदारी की है।
कंपनी दिल्ली में नजफगढ़ के पास भी 5G टेस्टिंग करेगी।
टेलिकॉम ऑपरेटर्स को ऐसा करने के लिए 700Mhz बैंड, 3.3-3.6 गीगाहर्ट्ज (Ghz) बैंड और 24.25-28.5 Ghz बैंड में अलग-अलग लोकेशंस पर स्पेक्ट्रम दिए गए हैं।
इंडस्ट्री सोर्स की मानें तो रिलायंस जियो अपने उपकरणों और सैमसंग के नेटवर्किंग गियर के साथ टेस्टिंग शुरू कर सकती है।
अप्रूवल
चाइनीज वेंडर्स के साथ ट्रायल्स को मंजूरी नहीं
डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन (DoT) की ओर से एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और C-DoT के साथ 5G ट्रायल्स के अप्रूवल को मंजूरी मिली है।
वहीं, DoT ने चाइनीज वेंडर्स के साथ किसी ट्रायल को मंजूरी नहीं दी है।
शुरू में दिल्ली, मुंबर्ई, कोलकाता, बेंगलुरू, गुजरात और हैदराबाद जैसी लोकेशंस पर 5G ट्रायल किए जाएंगे।
भारती एयरटेल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरू और रिलायंस जियो दिल्ली, मुंबई, गुजरात और हैदराबाद में ट्रायल करेगी।
ड्यूरेशन
छह महीने तक चलेंगे 5G ट्रायल्स
ट्रायल के दौरान भारतीय सेटिंग्स में 5G ऐप्लिकेशंस की टेस्टिंग की जाएगी।
इसमें टेलि-मेडिसिन, टेलि-एजुकेशन और ड्रोन-आधारित एग्रीकल्चर मॉनीटरिंग शामिल है।
टेलिकॉम ऑपरेटर्स अपने नेटवर्क पर अलग-अलग 5G डिवाइसेज की परफॉर्मेंस भी टेस्ट करेंगे।
इन ट्रायल्स की ड्यूरेशन फिलहाल छह महीने रखी गई है, इसमें जरूरी उपकरण सेटअप करने के लिए मिलने वाला दो महीने का वक्त भी शामिल है।
DoT की मानें तो 5G के साथ यूजर्स को 4G से 10 गुना बेहतर स्पीड मिलेगी।