डार्क चॉकलेट को डाइट में करें शामिल, स्वास्थ्य के लिए है बेहद फायदेमंद
डार्क चॉकलेट स्वादिष्ट होने के साथ स्वास्थ्यवर्धक भी होती है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट का बड़ा स्रोत भी है। कई शोध में सामने आया है कि डार्क चॉकलेट का सेवन वजन घटाने में भी मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यह त्वचा से लेकर हृदय के लिए भी बहुत लाभदायक है। ऐसे में इसे डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आइए जानते हैं कि डॉर्क चॉकलेट के सेवन से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
वजन घटाने में है मददगार
शोध बताते हैं कि डार्क चॉकलेट का सेवन वजन घटाने में काफी मदद कर सकता है। यह वसा और कार्ब्स के जमाव को कम करती है। इससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक चीजों की क्रेविंग भी खत्म होने लगती हैं। इस तरह से डार्क चॉकलेट वजन कम करने में भी मदद कर सकती है। बता दें कि 100 ग्राम डार्क चॉकलेट में लगभग 600 कैलोरी होती है, जो शरीर के लिए पर्याप्त है।
हृदय रोगों से दूर रखने में सहायक
रोजाना 70 प्रतिशत कोको से बनी डार्क चॉकलेट का सीमित मात्रा में सेवन करने से खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने में मदद मिलती है। इसी तरह यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में भी सहायक हो सकती है। बता दें कि खराब कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का अधिक स्तर कई हृदय रोग का कारण बन सकते हैैैं।
मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी मददगार
एक अध्ययन के मुताबिक, 70 प्रतिशत कोको युक्त डार्क चॉकलेट का सेवन लोगों के व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में काफी मदद कर सकता है। इसके अलावा डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोल्स मूड को बेहतर और बुजुर्गों में संज्ञानात्मक स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद कर सकते हैं। इसी तरह इसमें मौजूद एपिकैटेचिन नामक यौगिक स्ट्रोक का खतरा कम करने में बेहद प्रभावी होते हैं।
कैंसर का खतरा कम करने में प्रभावी
डार्क चॉकलेट में एंटी-ऑक्सीडेंट्स की अच्छी-खासी मात्रा होती है, जो शरीर के मुक्त कणों से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ये मुक्त कण शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं के विकास को रोकने में भी मदद कर सकते हैं। ऐसे में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन अच्छा रहता है।
मधुमेह को नियंत्रित करने में है कारगर
डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल्स और डाइटरी फाइबर होता है, जो मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। यह ब्लड शुगर को कम करने और इसे सामान्य स्तर पर स्थिर रखने में मदद कर सकता है। कई अध्ययनों से पता चला कि इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो भूख को कम करता है और ब्लड शुगर को एक सुरक्षित सीमा में बनाए रखता है।