चंद्रयान-3 कितना सफर तय कर पहुंचा है चंद्रमा के पास?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर लैंड कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। ISRO ने चंद्रयान-3 मिशन को 14 जुलाई, 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया था। चंद्रमा तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-3 को लगभग 3.8 लाख किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा है। चांद के पहले ऑर्बिट में पहुंचने के लिए ही चंद्रयान-3 को लगभग 11,000 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा था।
20 अगस्त को ISRO ने अंतिम डीबूस्टिंग ऑपरेशन किया था पूरा
ISRO ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा के और करीब पहुंचाने के लिए 19 अगस्त को पहला और 20 अगस्त को दूसरा और अंतिम डीबूस्टिंग ऑपरेशन पूरा किया था। इस ऑपरेशन के बाद चंद्रमा से चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की न्यूनतम दूरी 25 किलोमीटर और अधिकतम दूरी 134 किलोमीटर थी। बचे हुए 25 किलोमीटर की दूरी को तय करने में 3 दिन का समय लग रहा, क्योंकि लैंडिंग के लिए सुरक्षित जगह की तलाश की जा रही है।
120 बार चंद्रमा के चक्कर काट चुका है लैंडर
ISRO के अनुसार, चंद्रयान-3 का लैंडर अब तक चंद्रमा के 120 चक्कर काट चुका है। चंद्रमा तक पहुंचने के इस सफर में लैंडर ने पृथ्वी का भी 21 बार चक्कर लगाया है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर आज शाम 06:04 बजे लैंड कर जाएगा। लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने की योजना बनाई गई है, जहां पानी और बर्फ मिलने की संभावना जताई जा रही है।