भारतमेटा को पेरिस के टेक इवेंट में किया गया प्रदर्शित, बन सकता है भारत का मेटावर्स
क्या है खबर?
भारत जल्द ही मेटावर्स टेक्नोलॉजी में अग्रणी खिलाड़ी बना सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य उभरती हुई टेक्नोलॉजी-आधारित समाधान सर्विस देने वाली भारत स्थित किया.ai ने पेरिस में चल रहे वीवाटेक इवेंट में भारतमेटा नामक मेटावर्स वर्जन का प्रदर्शन किया है। इसका प्रदर्शन इंडिया पवेलियन में किया गया।
वीवाटेक यूरोप का सबसे बड़ा वार्षिक टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप इवेंट है।
बता दें कि अभी मेटावर्स टेक्नोलॉजी के मामले में फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा अभी अग्रणी है।
मेटावर्स
मल्टी-डायमेंशनल डिजिटल स्पेस है मेटावर्स
किया.ai के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO राजेश मिर्जंकर ने कहा कि वैश्विक प्लेटफॉर्म बड़े पैमाने पर मेटावर्स पर गेमिंग और वर्चुअल सामान प्रदान करते हैं।
अपनी कंपनी के बारे में उन्होंने कहा कि भारतमेटा मेटावर्स टेक्नोलॉजी को अपनाकर फिजिकल और वर्चुअल सामानों के बिक्री पर केंद्रित हैं।
बता दें, मेटावर्स एक मल्टी-डायमेंशनल डिजिटल स्पेस है, जो वर्चुअल रियलिटी और ऑग्युमेंटेड रियलिटी का उपयोग करता है, जिससे लोगों को ऑनलाइन जीवन जैसा अनुभव हो सके।
भारतमेटा
भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाएगा भारतमेटा
मिर्जंकर ने कहा कि भारतमेटा डिजिटल भुगतान (CBDC सहित), डिजिटल पहचान, ओपन कॉमर्स आदि के लिए भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाते हुए मेटावर्स पर बैंकिंग, कॉमर्स, संस्कृति के लिए प्रासंगिक हो सकता है।
इससे पहले किया.ai ने भारतमेटा पर वर्चुअल रियल एस्टेट पर हर घर तिरंगा के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। भारतमेटा यूजर्स को एक वर्चुअल स्मारक पर फहराए गए भारतीय ध्वज को देखने की अनुमति देता है।
इतिहास
काफी पुरानी है मेटावर्स की कल्पना
मेटा की तरफ से मेटावर्स की घोषणा के बाद यह काफी चर्चा में था। हालांकि, इसका इतिहास पुराना है। 1992 में नील स्टीफेंसन ने अपने डायस्टोपियन उपन्यास "स्नो क्रैश" में मेटावर्स का जिक्र किया था।
उपन्यास में मेटावर्स का मतलब एक ऐसी दुनिया या वीडियो गेम से था, जहां लोग गैजेट्स की मदद से आपस में कनेक्ट होते हैं।
गैजेट्स में हेडफोन, VR हेडसेट आदि शामिल हैं। ये वीडियो गेम लोगों को एक आभासी दुनिया में ले जाता है।
इस्तेमाल
वर्चुअल दुनिया में ले जाता है मेटावर्स
वास्तविक दुनिया में वस्तुओं को छू और महसूस कर सकते हैं और किसी जगह का भ्रमण करने के लिए उस जगह पर शारीरिक रूप से जाना पड़ता है, लेकिन मेटावर्स में किसी माहौल और वस्तु को सिर्फ महसूस कर सकते हैं और घर बैठे दुनिया के किसी कोने का भ्रमण कर सकते हैं। इससे अंतरिक्ष का भी अनुभव ले सकते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग, मीटिंग आदि के लिए भी मेटावर्स के इस्तेमाल को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।