लॉकडाउन में 25 प्रतिशत बढ़ा मोबाइल का इस्तेमाल, लोगों ने खूब देखा नेटफ्लिक्स- स्टडी
ज्यादातर युवा यूजर्स अपना ढेर सारा वक्त स्मार्टफोन पर बिताते हैं और कोरोना महामारी के समय लगे लॉकडाउन के दौरान फोन का इस्तेमाल और भी ज्यादा बढ़ गया। कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारत में स्मार्टफोन यूजर्स ने 25 प्रतिशत ज्यादा वक्त फोन के साथ बिताया। इस दौरान यूजर्स ने रोजाना करीब सात घंटे तक अपना फोन इस्तेमाल किया। स्मार्टफोन कंपनी वीवो और CMR की ओर से की गई एक स्टडी में यह जानकारी सामने आई है।
ऐसे बढ़ा फोन का इस्तेमाल
वीवो और CMR की स्टडी में कहा गया है कि यूजर्स पिछले साल फोन का औसत इस्तेमाल रोज करीब 4.9 घंटे कर रहे थे। ज्यादा कोरोना महामारी फैलने से पहले मार्च, 2020 में साल 2019 के मुकाबले 11 प्रतिशत ज्यादा फोन का इस्तेमाल रोज लगभग 5.5 घंटे किया जा रहा था। भारत में लॉकडाउन लगते ही अप्रैल से फोन का इस्तेमाल करीब 25 प्रतिशत बढ़कर रोज 6.9 घंटे के औसत पर पहुंच गया।
क्यों ज्यादा इस्तेमाल हुए फोन?
रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन के साथ ही फोन का इस्तेमाल इसलिए बढ़ा क्योंकि यूजर्स की उसपर निर्भरता भी बढ़ गई। सबसे ज्यादा वक्त वर्क-फ्रॉम-होम के लिए फोन पर बिताया गया और इसमें 75 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई। इसके अलावा कॉलिंग के लिए भी फोन का इस्तेमाल 63 प्रतिशत तक ज्यादा किया गया। नेटफ्लिक्स और स्पॉटीफाई जैसी ओवर द टॉप (OTT) सर्विसेज इस्तेमाल करते हुए भी यूजर्स ने 59 प्रतिशत तक ज्यादा वक्त बिताया।
कम खींची गई तस्वीरें और सेल्फी
खास बात यह रही कि फोटो और सेल्फी खींचते हुए बिताया जाने वाला वक्त एक दिन में औसतन 18 मिनट से घटकर 14 मिनट रह गया। हालांकि, सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए यूजर्स ने खूब फोन चलाया और इसमें 55 प्रतिशत बढ़त देखने को मिली। इसके अलावा फोन पर गेम खेलने वालों ने करीब 45 प्रतिशत ज्यादा वक्त बिताया। रिपोर्ट में कहा गया कि करीब 84 प्रतिशत लोगों ने सुबह उठकर पहले 15 मिनट में अपना फोन चेक किया।
हजारों लोगों के साथ की गई स्टडी
इस स्टडी में 15 साल से 45 साल तक की उम्र वाले 2,000 लोगों को शामिल किया गया था। इनमें आठ बड़े शहरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद और पुणे) से लोगों को हिस्सा बनाया गया। स्टडी का हिस्सा बनने वालों में 70 प्रतिशत पुरुष और 30 प्रतिशत महिलाएं थीं। इसमें इन लोगों ने स्मार्टफोन के इस्तेमाल से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और बताया कि लॉकडाउन लगने से पहले और बाद में क्या बदलाव आए।
स्मार्टफोन से आपसी रिश्तों पर पड़ रहा असर
'स्मार्टफोन्स और मानव संबधों पर उनका असर 2020' नाम की इस रिपोर्ट में यह डेटा शेयर किया गया है। इसमें बताया गया है कि स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल आपसी संबंधों पर बुरा असर डाल रहा है। करीब 74 प्रतिशत लोगों ने माना कि उन्हें फोन का इस्तेमाल करने से रोकने पर वे परेशान होने लगते हैं और चिढ़ जाते हैं। इसी तरह 73 प्रतिशत लोगों ने माना कि उन्हें बार-बार अपना फोन चेक करते रहने की बुरी आदत है।