डीपसीक AI पर ऑस्ट्रेलिया ने लगाया प्रतिबंध, सरकारी उपकरणों पर नहीं किया जा सकेगा उपयोग
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया ने चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप डीपसीक की सेवाओं को सभी सरकारी प्रणालियों और उपकरणों पर प्रतिबंधित कर दिया है।
गृह मामलों के मंत्री टोनी बर्क ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने इस तकनीक को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना है। डीपसीक का AI चैटबॉट तेजी से लोकप्रिय हुआ, लेकिन इसकी सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
सरकार ने इसे सरकारी सिस्टम से हटाने का आदेश दिया है और ऐसा कदम उठाने वाला ऑस्ट्रेलिया पहला बड़ा देश है।
प्रतिबंध
आम लोगों पर प्रतिबंध नहीं
यह प्रतिबंध केवल सरकारी उपकरणों पर लागू होगा, आम नागरिकों के फोन पर नहीं।
हालांकि, सरकार ने लोगों को डीपसीक की सुरक्षा नीतियों को समझने और अपने डाटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है।
मंत्री मरे वाट ने कहा कि अगर सरकार इसे सुरक्षित नहीं मानती, तो लोगों को भी इस पर सोच-विचार करना चाहिए। कई निजी कंपनियों ने भी इस AI सेवा तक अपनी पहुंच बंद कर दी है।
प्रतिबंध
चीन की कंपनियों पर पहले भी लगा प्रतिबंध
ऑस्ट्रेलिया ने पहले भी सुरक्षा कारणों से चीनी कंपनियों पर कार्रवाई की है। 2018 में, उसने हुआवे को अपने 5G नेटवर्क से बैन कर दिया था, जिससे चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच कूटनीतिक विवाद हुआ।
अब डीपसीक पर प्रतिबंध लगाकर सरकार ने फिर से साफ कर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
इटली और आयरलैंड भी डीपसीक की डाटा सुरक्षा पर जांच कर रहे हैं, जबकि सैकड़ों निजी कंपनियों ने इसे पहले ही ब्लॉक कर दिया है।