पेगासस स्पाईवेयर का शिकार बनने वाले यूजर्स को अलर्ट्स भेज रही है ऐपल
टेक कंपनी ऐपल ने बीते दिनों पेगासस स्पाईवेयर तैयार करने और आईफोन यूजर्स की जासूसी करने वाले इजराइल के NSO ग्रुप के खिलाफ लॉसूट फाइल किया है। गलत इस्तेमाल होने के चलते इस स्पाईवेयर के खिलाफ कई टेक कंपनियों और मानवाधिकार समूहों ने आवाज उठाई है। ऐपल ने अब उन यूजर्स को अलर्ट्स भेजने भी शुरू किए हैं, जिन्हें इस स्पाईवेयर की मदद से शिकार बनाया गया था। ये अलर्ट्स थाईलैंड, अल साल्वाडोर और युगांडा में मिलना शुरू हुए हैं।
कई देशों में यूजर्स को दिखे नोटिफिकेशंस
टेकक्रंच की रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब छह थाई ऐक्टिविस्ट्स को पेगासस स्पाईवेयर की मदद से जासूसी का शिकार बनाया गया था और इन्हें ऐपल की ओर से नोटिफिकेशन भेजा गया है। इसी तरह अल साल्वाडोर में भी कुछ यूजर्स ने नोटिफिकेशन अलर्ट मिलने की बात कही है। युगांडा में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रेसीडेंट ने भी यह नोटिफिकेशन मिलने की जानकारी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दी है।
साइबर आतंकवाद पर जताई चिंता
युगांडा में डेमोक्रेटिक पार्टी प्रेसीडेंट नॉर्बर्ट माओ ने अपने ट्वीट में लिखा, "जब आपकी सुबह ऐपल की ओर से दिए गए थ्रेट नोटिफिकेशन से होती है कि आपका आईफोन टारगेट किया जा रहा है, तब आप जानते हैं कि राज्यों की ओर से प्रेरित साइबर आतंकवादियों का साइबर आतंकवाद एक सच्चाई है।" अलर्ट में दिखता है, "आपको स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स निशाना बना रहे हैं, जिनकी कोशिश आपकी ऐपल ID से जुड़े आईफोन को रिमोटली नुकसान पहुंचाने की है।"
ऐपल ने यूजर्स को चेतावनी दी
टेक कंपनी ने अपने अलर्ट में पेगासस से प्रभावित हुए यूजर्स से कहा, "ये अटैकर्स आपको आपकी पहचान और आपके काम के चलते निशाना बना रहे हैं।" ऐपल ने बताया, "अगर आपके डिवाइस को स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर नुकसान पहुंचाने में सल रहते हैं तो वे आपके सेंसिटिव डाटा, कम्युनिकेशंस, यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफोन को भी रिमोटली ऐक्सेस कर पाएंगे।" कंपनी ने लिखा कि इस चेतावनी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
ऐपल ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
NSO ग्रुप के खिलाफ फाइल किए गए लॉसूट में ऐपल ने कड़ी कार्रवाई और प्रतिबंध की मांग की है। कंपनी ने कहा है कि NSO ग्रुप को ना सिर्फ अब तक जुटाया सारा डाटा डिलीट करना चाहिए बल्कि इस पर किसी भी ऐपल डिवाइस या डाटाबेस के इस्तेमाल को लेकर पूरी तरह प्रतिबंधित लगना चाहिए। ऐपल ने कहा कि NSO ग्रुप जैसी कंपनियां सर्विलांस टेक्नोलॉजी पर अरबों रुपये खर्च कर रही हैं और इनकी जवाबदेही नहीं तय की गई है।
NSO ग्रुप ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा
पेगासस स्पाईवेयर बनाने वाली कंपनी NSO ग्रुप ने सफाई दी है कि वह केवल देशों की सरकारों और आधिकारिक एजेंसियों को ही अपना स्पाईवेयर बेचती और इसकी सेवाएं देती हैं। NSO ग्रुप का कहना है कि उसके सर्विलांस टूल्स का मकसद अपराधियों को रोकना है और चुनिंदा सरकारें ही इनका इस्तेमाल जिम्मेदार ढंग से कर रही हैं। बता दें, अमेरिका में बाइडन प्रशासन ने इसी महीने की शुरुआत में NSO ग्रुप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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