
AI डॉक्टरों से ज्यादा सटीकता से पहचान सकता है बीमारी, शोध में चला पता
क्या है खबर?
चिकित्सा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है।
बीते कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब कुछ जानलेवा बीमारियों के बारे में डॉक्टरों से पहले AI ने चेतावनी दी। अब इजरायल के तेल अवीव विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता ने AI पर एक खास रिसर्च की है।
इस रिसर्च में देखा गया कि कैसे AI ने मरीजों के इलाज में डॉक्टरों के बराबर या कई बार उनसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
तुलना
AI और डॉक्टरों की सिफारिशों की तुलना
अमेरिका के लॉस एंजिल्स स्थित सीडर-सिनाई मेडिकल सेंटर में किए गए अध्ययन में AI और डॉक्टरों की सिफारिशों की तुलना की गई।
इस सेंटर ने K हेल्थ नाम के स्टार्टअप के साथ मिलकर एक वर्चुअल क्लिनिक चलाया। मरीजों का पहले AI चैटबॉट के जरिये मूल्यांकन किया गया और फिर डॉक्टर से वीडियो परामर्श हुआ।
नतीजों में 68 प्रतिशत मामलों में AI और डॉक्टर बराबर रहे, जबकि 21 प्रतिशत मामलों में AI की सिफारिश डॉक्टर से बेहतर थी।
फायदे
AI के फायदे और डॉक्टरों की लचीलापन क्षमता
अध्ययन में पाया गया कि AI मेडिकल गाइडलाइन का पालन डॉक्टरों से ज्यादा सख्ती से करता है। साथ ही AI मरीजों के पुराने मेडिकल रिकॉर्ड को भी सही ढंग से जांचता है और गंभीर लक्षणों को जल्दी पकड़ लेता है।
हालांकि, डॉक्टर मरीज के साथ सीधे बातचीत कर उसकी असली स्थिति को समझने में ज्यादा लचीले होते हैं। इसलिए डॉक्टर मरीज की हालत के हिसाब से जरूरी बदलाव कर सकते हैं, जो फिलहाल AI के लिए थोड़ा मुश्किल है।
भविष्य
भविष्य में डॉक्टरों के सहायक बनेगा AI?
तेल अवीव विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डैन जेल्टजर का कहना है कि आने वाले समय में AI चिकित्सा में डॉक्टरों का एक अहम सहायक बन सकता है।
AI इलाज के फैसलों में तेजी ला सकता है और मानवीय गलतियों को कम कर सकता है।
हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि AI डॉक्टरों की जगह नहीं लेगा, बल्कि उनके काम को और बेहतर बनाएगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुरक्षा और नियमों के चलते AI का इस्तेमाल धीरे-धीरे और सतर्कता से बढ़ेगा।