AI से लगाया जा सकता है अचानक होने वाले हार्ट अटैक का अंदाजा, ऐसे करेगा काम
क्या है खबर?
दिल का दौरा या हार्ट अटैक आमतौर पर बिना किसी चेतावनी या संकेत के होता है। इस वजह से इसके बारे में कोई भविष्यवाणी करना मुश्किल होता है।
कुछ कारक और संकेत हैं, जो दिल के दौरे की आशंका को बढ़ा सकते हैं, लेकिन किसी को हार्ट अटैक कब होगा, इसका अनुमान लगाना कठिन है।
हालांकि, भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए हार्ट अटैक का पता लगाना संभव हो सकता है।
विश्लेषण
मेडिकल रिकॉर्ड को भी विश्लेषण में किया गया शामिल
पेरिस कार्डियोवैस्कुलर रिसर्च सेंटर के कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर और लेखक जेवियर जौवेन ने कहा, "हमने एक नया दृष्टिकोण प्रस्तावित किया है। इसमें हृदय से जुड़े सामान्य जोखिमों के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड में उपलब्ध सभी मेडिकल रिकॉर्ड शामिल हैं।"
जौवेन ने कहा कि अचानक दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौत कुल मौतों का 10 से 20 प्रतिशत होती हैं। हृदय संबंधी होने वाली अचानक मौत में से एक चौथाई से अधिक मौत हार्ट अटैक से होती हैं।
जोखिम
इन लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड का किया गया विश्लेषण
AI विश्लेषण उन लोगों की पहचान करने में सक्षम था, जिनके हार्ट अटैक से मरने का जोखिम 90 प्रतिशत से अधिक था।
टीम ने AI से 25,000 ऐसे लोगों की चिकित्सा जानकारी का विश्लेषण किया, जिनकी अचानक हृदय गति रुकने से मौत हुई थी।
इसमें 70,000 सामान्य लोग भी शामिल किए गए थे और उनके उम्र, लिंग और आवासीय क्षेत्र के आधार पर 2 समूहों के डाटा का मिलान किया गया।
कारक
प्रत्येक व्यक्ति के लिए विकसित की गई कस्टमाइज जोखिम प्रोफाइल
डाटा विश्लेषण के लिए AI का उपयोग करते हुए शोधकर्ताओं ने व्यक्तिगत स्वास्थ्य कारकों के साथ लगभग 25,000 समीकरण बनाए।
इसका उपयोग उन लोगों की पहचान करने के लिए किया गया था, जो हार्ट अटैक के अधिक जोखिम में थे।
इसके अलावा उन्होंने अध्ययन में प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक कस्टमाइज्ड जोखिम प्रोफाइल विकसित की। इसमें व्यक्ति के हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग का इतिहास, शराब के सेवन सहित मानसिक और व्यवहार संबंधी चीजें शामिल थी।
डॉक्टर
अचानक हार्ट अटैक के जोखिमों को कम कर सकेंगे मरीज
विश्लेषण में एक विशेष प्रतिशत और समयसीमा पर अचानक हृदय गति रुकने से होने वाली मौत के कारकों और जोखिम की पहचान की गई। उदाहरण के लिए, किसी शख्स की 3 महीने के भीतर हार्ट अटैक से मौत होने की 89 प्रतिशत आशंका।
उम्मीद की जा रही है कि रिस्क फैक्टर्स से जुड़ी पर्सनलाइज्ड लिस्ट के साथ मरीज अपने डॉक्टर की मदद से अचानक हार्ट अटैक के जोखिमों और कारकों को कम कर सकेंगे।