पिछले 10 साल में 228 अंतरिक्ष स्टार्टअप हुए शुरू, सरकार ने लोकसभा में दी जानकारी
क्या है खबर?
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा। स्टार्टअप कंपनियां भी इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में शुरू हो रही है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बीते दिन (1 अगस्त) को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि अंतरिक्ष स्टार्टअप की संख्या 2014 में मात्र 1 से बढ़कर 2024 में 229 हो गई है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय सुधारों के बाद, भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप और निजी फर्मों की तीव्र वृद्धि देखी जा रही है।
बयान
मंत्री ने और क्या कहा?
सिंह ने कहा, "भारत में एक जीवंत अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र की सुविधा के लिए इसरो अपनी तकनीकी सहायता बढ़ा रहा है, IN-SPACe के माध्यम से अपनी विशेषज्ञता और सुविधा उपयोग साझा कर रहा है।"
मंत्री ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह भी बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) लॉन्च व्हीकल निर्माण, सैटेलाइट विकास, अंतरिक्ष अनुप्रयोगों और ग्राउंड सिस्टम में शामिल कई अंतरिक्ष स्टार्टअप को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है।
काम
ज्यादातर स्टार्टअप कर रहें पुराने काम
पूर्व वैज्ञानिक नांबी नारायणन ने कहा कि ISRO के चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता ने भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने के लिए कई स्टार्टअप का ध्यान खींचा है।
बीते दिन अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी त्वरक वानम (आकाश) के शुभारंभ पर बोलते हुए नारायणन ने कहा कि हालांकि, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में लगभग 189 स्टार्टअप हैं, उनमें से 'अधिकांश' उस काम में लगे हुए हैं, जो ISRO ने 50 साल पहले किया था।