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लोकसभा चुनाव: नागालैंड के 6 जिलों में लगभग 0 प्रतिशत मतदान, जानें कारण
नागालैंड के 6 जिलों में लगभग 0 प्रतिशत मतदान हुआ है

लोकसभा चुनाव: नागालैंड के 6 जिलों में लगभग 0 प्रतिशत मतदान, जानें कारण

Apr 19, 2024
04:58 pm

क्या है खबर?

आज देशभर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है। इस चरण में नागालैंड में भी मतदान हो रहा है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, यहां के 6 जिलों में सुबह से लगभग शून्य मतदान हुआ है। ईस्टर्न नागालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ENPO) के आह्वान पर यहां लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। ENPO अधिक वित्तीय स्वायत्ता के साथ एक अलग प्रशासनिक क्षेत्र की मांग कर रहा है और इसी कारण यह आह्वान कर 'जन आपातकाल' लगाया है।

जानकारी

ये हैं प्रभावित जिले

जिन जिलों में लगभग शून्य प्रतिशत मतदान हुआ है, उनमें किफिरे, लॉन्गलेंग, मोन, तुएनसांग, शमतोर और नोकलाक शामिल हैं। इन जिलों में नागालैंड की 48 प्रतिशत आबादी रहती है। यहां के लोग विधानसभा में कम प्रतिनिधित्व का आरोप लगाते हैं।

घटनाक्रम

ENPO ने 30 मार्च को लिया था बहिष्कार का फैसला

इलाके की 7 नागा जनजातियों के शीर्ष निकाय ENPO ने 30 मार्च को राज्य के 20 विधायकों और अन्य संगठनों के साथ एक लंबी बैठक करके लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया था। अगले ही दिन ENPO ने चुनाव आयोग को अपने फैसले के बारे में बता दिया कि वो आगामी चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। उसने कहा कि यह फैसला पूर्वी नागालैंड के लोगों की भावनाएं दर्शाता है और लोकतंत्र की अवज्ञा नहीं है।

जवाब

चुनाव आयोग ने ENPO को जारी किया नोटिस

नागालैंड के मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी प्रक्रिया में व्यवधान डालने के लिए ENPO को नोटिस जारी किया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि ENPO ने अनुचित प्रभाव का इस्तेमाल करके पूर्वी नागालैंड के निवासियों के वोट डालने की स्वतंत्र प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया है, इसलिए उसे पूछा जाता है कि भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 171C (चुनाव के दौरान अनुचित प्रभाव डालना) के तहत उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों न हो।

प्रतिक्रिया

चुनाव आयोग के नोटिस का ENPO ने क्या जवाब दिया?

ENPO ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए कहा था कि उसके सार्वजनिक आह्वान का मुख्य उद्देश्य उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले पूर्वी नागालैंड इलाके में गड़बड़ी की संभावना और असामाजिक तत्वों के जमावड़े से संबंधित खतरों को कम करना था। उसने कहा कि इलाका अभी जन आपातकाल में है, जो सभी पक्षों से बात करते घोषित किया गया था। उसने कहा कि यह लोगों की एक स्वैच्छिक पहल थी और उसने कोई दबाव नहीं डाला।

चुनाव

नागालैंड में है महज एक लोकसभा सीट

बता दें कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड में महज एक लोकसभा सीट है, जिस पर आज मतदान हो रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी (NDPP) के तोखेहो येप्थोमी ने जीत दर्ज की थी। इस बार NDPP ने इस सीट से चुम्बेन मुरी को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार एस सुपोंगमेरेन जमीर से है। चुनाव के नतीजे पूरे देश के साथ 4 जून को आएंगे।