विटामिन-D की कमी के कारण, लक्षण और इलाज
क्या है खबर?
शरीर को स्वस्थ रखने में पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा अहम भूमिका निभाती है। इन्हीं पोषक तत्वों में से एक है विटामिन-D, जिसकी कमी के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के साथ-साथ त्वचा और आंखों से संबंधित कई बीमारियां होने लगती हैं।
इसलिए आज हम आपको इस विटामिन से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां देने जा रहे हैं, जिसके बाद यकीनन आप शरीर में इसकी कमी से बचने की हर संभव कोशिश करें।
कारण
शरीर में विटामिन-D की कमी होने के कारण
1) विटामिन-D की कमी का मुख्य कारण हो सकता है कि आपको पर्याप्त धूप का न मिल पाना।
2) अगर आपकी स्किन टोन का रंग डार्क होता जा रहा है तो यह भी विटामिन-D की कमी की बड़ी वजह हो सकती है, क्योंकि डार्क स्किन होने के कारण सूरज के प्रकाश से विटामिन-D ठीक से अवशोषित नहीं हो पाता या देर से होता है।
3) लिवर या किडनी का ठीक तरह से अपना काम न कर पाना।
लक्षण
विटामिन-D की कमी के लक्षण
विटामिन-D शरीर की तमाम हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है, इसलिए इसकी कमी के कारण हड्डियों और मांसपेशियो में दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
वहीं, अधिक से अधिक थकान और कमजोरी महसूस होना भी विटामिन-D के लक्षण हैं। इसके अलावा बार-बार बीमार पड़ना भी इसी सूची में शामिल है।
अगर आपको इन लक्षणों का अनुभव हो तो अपना ब्लड टेस्ट करवाएं और इसके इलाज की ओर बढ़े।
असरदार इलाज
धूप में कुछ मिनट बैठना रहेगा बेहद फायदेमंद
विटामिन-D की कमी से उभरने या फिर बचने के लिए कुछ मिनट सूरज की रोशनी में बैठना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
कहा जाता है कि सूरज की रोशनी में समय बिताने से विटामिन-D की पर्याप्त मात्रा को हासिल किया जा सकता है। लेकिन इस बात पर भी विशेष ध्यान दें कि धूप के संपर्क में अधिक देर तक रहने के आपको दुष्परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं।
इसलिए कुछ ही मिनट रोजाना धूप में बैठना सुनिश्चित करें।
डाइट
डाइट में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करके विटामिन-D की कमी से बचें
अगर आप विटामिन-D की कमी से उभरने या फिर कहें कि बचे रहना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट में कुछ खाद्य पदार्थों को विशेष जगह देनी होगी।
वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दूध, संतरे का रस, मशरूम, अनाज, सोया उत्पाद, दही, मक्खन और चीज़ आदि में विटामिन-D भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
इसलिए इन खाद्य पादर्थों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें और एक नियम बनाकर इनका सेवन भी करें।