रोजाना पीएं आलूबुखारे का एक गिलास जूस, मिलेंगे स्वास्थ्य से जुड़े ये लाभ
सब्जियों के साथ-साथ फलों का सेवन भी संतुलित आहार का अहम हिस्सा होता है। फलों की बात करें तो आलूबुखारा भी गुणकारी फलों में से एक है। क्या आप जानते हैं कि सिर्फ आलूबुखारा ही नहीं बल्कि इससे बनने वाला जूस भी औषधीय गुणों का खजाना है। चलिए आज आपको बताते हैं कि रोजाना आलूबुखारे के एक गिलास जूस का सेवन करने से क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
लिवर को सुरक्षा प्रदान करने में है सहायक
अगर आप या आपके परिवार में कोई लिवर की समस्या से परेशान हैं तो उसके लिए आलूबुखारे के जूस का सेवन फायदेमंद हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इसमें हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं जो लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले कारकों से लिवर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। वहीं आलूबुखारे का जूस फास्ट कार्बन टेट्राक्लोराइड टॉक्सिन से लिवर की रक्षा करने में भी लाभकारी हो सकता है।
कैंसर के जोखिमों को कम करने में है कारगर
रिसर्चगेट की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, आलूबुखारे के जूस में एंटी-कैंसर और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो कैंसर सेल्स को पनपने से रोकते हैं और शरीर में कैंसर नहीं फैलता। कई पोषक तत्वों से भरपूर यह जूस धूम्रपान से होने वाले कैंसर के खतरे को भी दूर करता है। इसलिए जिन लोगों को धूम्रपान करने की आदत या कैंसर है, वे अपने डॉक्टर की सलाह लेकर रोजाना आलूबुखारे के जूस का सेवन शुरू कर दें।
पाचन प्रक्रिया को दुरुस्त रखने में करता है मदद
आलूबुखारे के जूस में पोषक तत्वों के साथ-साथ कई ऐसे रासायनिक यौगिक भी मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया में बाधा डालने वाले सूक्ष्मजीवों को खत्म करने का काम करते हैं और इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। इसके अलावा ये गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर जैसे इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से भी राहत प्रदान करता है। इन फायदों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आलूबुखारे का जूस पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद है।
हृदय की बीमारियों से बचाने में है सहायक
आजकल की असंतुलित जीवनशैली के कारण लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय से जुड़ी कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आलूबुखारे के जूस का सेवन किया जाए तो शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ हृदय की बीमारियां होने का खतरा कम होता है। दरअसल, इसमें एंटी-हाइपरलिपिडेमिया, एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो रक्त लिपिड का स्तर संतुलित करके हृदय को सुरक्षा प्रदान करते हैं।