आंध्र प्रदेश का धार्मिक स्थल है श्रीकालहस्ती, यहां की यात्रा के दौरान आजमाएं ये 5 गतिविधियां
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश का श्रीकालहस्ती एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।
यह तिरुपति से लगभग 36 किलोमीटर दूर है और यहां का मुख्य आकर्षण श्रीकालहस्तेश्वर मंदिर है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण शिवालयों में से एक माना जाता है। यहां की वास्तुकला और मूर्तिकला पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
इसके अलावा यहां की प्राकृतिक सुंदरता यात्रियों को शांति और सुकून प्रदान करती है।
#1
श्रीकालहस्तेश्वर मंदिर में दर्शन करें
श्रीकालहस्तेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, जिसे 'दक्षिण कैलाश' भी कहा जाता है।
इसका निर्माण पल्लव राजाओं ने किया था और बाद में चोल और विजयनगर साम्राज्य ने इसका विस्तार किया।
यहां भगवान शिव की पूजा वायु लिंग के रूप में होती है, जो पंचभूत लिंगों में से एक मानी जाती हैं।
इस मंदिर की वास्तुकला बेहद खूबसूरत है, जिसमें नक्काशीदार स्तंभ और भव्य गोपुरम शामिल हैं।
#2
स्वर्णमुखी नदी के किनारे समय बिताएं
स्वर्णमुखी नदी श्रीकालहस्ती के पास बहती हुई एक पवित्र नदी मानी जाती है।
यह नदी अपने शांत वातावरण के लिए जानी जाती हैं, जहां पर्यटक आराम कर सकते हैं या ध्यान लगा सकते हैं।
इसके किनारे बैठकर आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं और पक्षियों की चहचाहट सुन सकते हैं, जो आपके मन को प्रसन्न कर देगीं।
अगर आप फोटोग्राफी पसंद करते हैं तो यह स्थान आपके लिए आदर्श साबित हो सकता है।
#3
स्थानीय बाजारों में खरीदारी करें
श्रीकालहस्ती का स्थानीय बाजार हस्तशिल्प वस्तुओं के लिए मशहूर माना जाता है, जहां आपको पारंपरिक कला-कृतियां मिल सकती हैं जैसे कि लकड़ी पर नक्काशीदार मूर्तियां, कपड़े और अन्य सजावटी सामान आदि।
ये वस्तुएं आपकी यात्रा को यादगार बना सकती हैं। इसके अलावा आप यहां से स्थानीय मसाले और मिठाइयां भी खरीद सकते हैं, जिनका स्वाद अनोखा होता है।
बाजार घूमते हुए आपको आंध्र प्रदेश की संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव होगा।
#4
ट्रेकिंग का आनंद लें
अगर आप रोमांचक गतिविधियों के शौकीन हें तो श्रीकालहस्ती आसपास कई पहाड़ियां मौजूद हैं, जहां ट्रेकिंग की जा सकता है।
इन पहाड़ियों पर चढ़ाई करते हुए आपको प्राकृतिक सौंदर्य देखने मिलेगा। साथ ही ताजगी भरी हवा महसूस होगी।
ये ट्रेकिंग मार्ग विभिन्न कठिनाई स्तरों वाले होते हैं इसलिए शुरुआती लोग भी आसानी से इन्हें पार कर सकते हैं।
पहाड़ी चोटियों से नीचे देखने पर आपको अद्भुत दृश्य दिखाई देंगे ।
#5
पारंपरिक भोजन का स्वाद लें
आंध्र प्रदेश अपने मसालेदार व्यंजनों के लिए जाना जाता है।
श्रीकालहस्ती में आपको पुलिहोरा (इमली राइस) और अप्पम (चावल पैनकेक) जैसे पारंपरिक व्यंजन चखने को मिलेंगे।
ये व्यंजन स्थानीय रेस्टोरेंट में आसानी से उपलब्ध हैं और इनका स्वाद अनोखा है।
खाने में इस्तेमाल होने वाले मसाले ताजे होते हैं, जिससे भोजन का स्वाद बढ़ जाता है। खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए यह अनुभव सफर को खास बना सकता है।