गुजरात: रानी की वाव जाएं तो इन 5 गतिविधियों को जरूर बनाएं अपनी यात्रा का हिस्सा
गुजरात के पाटन में स्थित रानी की वाव एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है। यह सीढ़ीदार कुआं 11वीं सदी में सोलंकी वंश की रानी उदयमती द्वारा बनवाया गया था। यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया यह स्थान अपनी बेहतरीन वास्तुकला और सुंदर मूर्तियों के लिए जाना जाता है। यहां आने वाले पर्यटक इस प्राचीन संरचना की भव्यता और इतिहास को करीब से देख सकते हैं। आइए यहां आजमाई जाने वाली गतिविधियां जानते हैं।
सीढ़ियों पर चलें और इतिहास को महसूस करें
रानी की वाव का सबसे प्रमुख आकर्षण इसकी सीढ़ियां हैं। ये सीढ़ियां आपको नीचे कुएं तक ले जाती हैं, जहां आप इस अनोखी संरचना का नजारा कर सकते हैं। हर स्तर पर आपको विभिन्न देवी-देवताओं और भ्रमित पात्रों की मूर्तियां देखने को मिलेंगी, जो उस समय के शिल्पकारों की कला का बेहतरीन उदाहरण हैं। यहां चलते हुए आप उस समय के जीवन और संस्कृति को महसूस कर सकते हैं।
मूर्तिकला का अनोखा संगम देखें
रानी की वाव में लगभग 500 से अधिक सुंदर मूर्तियां मौजूद हैं, जो हिंदू धर्म के विभिन्न देवी-देवताओं को दर्शाती हैं। इनमें विष्णु, ब्रह्मा, शिव आदि प्रमुख देवताओं के साथ-साथ अप्सराओं और अन्य मिथकीय पात्रों की भी मूर्तियां शामिल हैं। इन मूर्तियों को देखकर आप उस समय के शिल्पकारों की कला का अंदाजा लगा सकते हैं। इन मूर्तियों की बारीकी और सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी और उस युग की संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं का अनुभव कराएगी।
फोटोग्राफी करें और यादें संजोएं
रानी की वाव फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां ली गई तस्वीरें बेहतरीन होती हैं। चाहे वह सीढ़ियों का दृश्य हो या फिर खूबसूरत मूर्तियों का क्लोज-अप, हर तस्वीर आपके एल्बम में चार चांद लगा देगी। यहां की वास्तुकला और मूर्तिकला इतनी सुंदर है कि आप इसे कैमरे में कैद करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। इसलिए अपने कैमरे या स्मार्टफोन को तैयार रखें और इस ऐतिहासिक स्थल पर कुछ बेहतरीन तस्वीरें क्लिक करें।
स्थानीय बाजार घूमे
पाटन शहर में स्थित होने के कारण रानी की वाव के आसपास कई स्थानीय बाजार भी मौजूद हैं। यहां से आप गुजराती हस्तशिल्प, कपड़े, आभूषण आदि खरीद सकते हैं। ये बाजार आपको गुजरात की समृद्ध संस्कृति से रू-ब-रू कराते हैं। यहां खरीदारी करना एक अलग ही अनुभव है और आप यहां की विविधता और रंगीनता का आनंद ले सकते हैं। स्थानीय बाजारों में घूमते हुए आप गुजरात की कला और संस्कृति को करीब से जान सकते हैं।
सहस्रलिंग तालाब भी देखें
रानी की वाव से कुछ ही दूरी पर सहस्रलिंग तालाब स्थित है, जिसे राजा सिद्धराज जयसिंह ने बनवाया था। यह तालाब अपने नामानुसार हजारों शिवलिंगों से सज्जित है जो इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं। यहां आकर आप शांत वातावरण में ध्यान लगा सकते हैं या फिर तालाब किनारे बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। इस प्रकार यह यात्रा न केवल ऐतिहासिक महत्व रखती है बल्कि यह राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित कराती है।