प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के लिए फ्लाइट, ट्रेन या बस से पहुंचने के तरीके
क्या है खबर?
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो हर 12 वर्षों में होता है और लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
इस साल महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाला है और इस दौरान संगम तट पर स्नान का विशेष महत्व होता है।
यहां पहुंचने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बस जैसे कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनकी जानकारी हम इस लेख में देंगे।
#1
हवाई मार्ग से प्रयागराज कैसे पहुंचे?
अगर आप जल्दी पहुंचना चाहते हैं तो हवाई मार्ग सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
प्रयागराज का अपना हवाई अड्डा इलाहाबाद एयरपोर्ट है, जहां देश के प्रमुख शहरों से सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। यहां दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों से नियमित उड़ानें आती हैं।
हवाई अड्डे से शहर तक टैक्सी या ऑटो रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं, जो आपको आपके गंतव्य तक पहुंचा सकते हैं। हालांकि, महाकुंभ में भीड़ अधिक होती है इसलिए पहले ही टिकट बुक करें।
#2
रेल मार्ग द्वारा यात्रा करने की योजना
प्रयागराज रेलवे स्टेशन देशभर के प्रमुख रेलवे नेटवर्क्स से जुड़ा हुआ है, जिससे यहां ट्रेन द्वारा आना काफी सुविधाजनक होता है।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों से सीधी ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं, जो यात्रियों को आरामदायक सफर प्रदान करती हैं।
महाकुंभ के समय विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की जाती है ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। स्टेशन पर उतरने के बाद स्थानीय परिवहन साधनों का उपयोग कर अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
#3
सड़क मार्ग द्वारा बस सेवा का लाभ उठाएं
सड़क मार्ग द्वारा भी प्रयागराज पहुंचना आसान होता है क्योंकि यह राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) की नियमित बस सेवाएं लखनऊ, वाराणसी और कानपुर जैसे शहरों से चलती रहती हैं, जो किफायती होती हैं और यात्रियों को आरामदायक सफर प्रदान करती हैं।
इसके अलावा निजी बस ऑपरेटर्स भी विभिन्न श्रेणियों की सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें एसी और नॉन-एसी दोनों प्रकार शामिल होते हैं।
#4
स्थानीय परिवहन व्यवस्था भी है उपलब्ध
प्रयागराज में स्थानीय परिवहन व्यवस्था काफी विकसित होती जा रही है, जिससे यात्री आसानीपूर्वक अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
ऑटो रिक्शा और टैक्सी सेवाएं पूरे शहर में उपलब्ध रहती हैं, जिनका किराया ज्यादा भी नहीं होता है, लेकिन महाकुंभ के दौरान थोड़ा बढ़ सकता है इसलिए मोलभाव करना फायदेमंद हो सकता है।
इसके अलावा सिटी बस सेवा भी संचालित होती जा रही है, जो कि किफायती विकल्प साबित हो सकती है।
#5
ठहरने की व्यवस्था कैसे करें?
महाकुंभ मेले में ठहरने के लिए कई व्यवस्थाएं हैं, जैसे होटल्स, धर्मशालाएं और टेंट सिटी।
होटल्स में पहले से बुकिंग करना जरूरी है क्योंकि यहां भारी संख्या में लोग आते हैं। धर्मशालाओं और टेंट सिटी में रहने के लिए पहले पंजीकरण करना पड़ता है ताकि जगह सुनिश्चित रहे।
कुछ लोग अस्थायी शिविर लगाकर भी रुकते हैं, जहां मूलभूत सुविधाएं मिल जाती हैं।
इस प्रकार आपकी महाकुंभ यात्रा योजना को सुगम बनाने में यह जानकारी सहायक होगी।