भारत के खूबसूरत और कम चर्चित 5 गांव, आपकी यात्रा को बना देंगे यादगार
भारत में कई गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाने जाते हैं। ये गांव शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर, शांति का अनुभव कराते हैं। यहां की हरियाली और स्थानीय लोगों की सरल जीवनशैली एक अनोखा अनुभव देती है। इन गांवों में घूमने से आप प्रकृति के करीब आते हैं और भारतीय संस्कृति को गहराई से समझ सकते हैं। आइए कुछ खूबसूरत और कम चर्चित भारतीय गांवों के बारे में जानते हैं।
मावलिननोंग: एशिया का सबसे स्वच्छ गांव
मेघालय के मावलिननोंग को एशिया का सबसे स्वच्छ गांव माना जाता है। यहां की साफ-सफाई देखकर आप चकित रह जाएंगे। इस गांव में प्लास्टिक का उपयोग नहीं होता और कचरा जैविक तरीके से नष्ट किया जाता है। यहां के लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हैं। मावलिननोंग में आप जीवंत झरने, हरे-भरे बागान और लिविंग रूट ब्रिज देख सकते हैं, जो पेड़ों की जड़ों से बने होते हैं। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श गंतव्य है।
खोनोमा: नागालैंड का पहला हरित ग्राम
नागालैंड स्थित खोनोमा भारत का पहला हरित ग्राम है, जहां पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यह स्थान अपने समृद्ध वन्यजीवन और जैव विविधता के लिए जाना जाता है। खोनोमा में आप पारंपरिक नागा घर देख सकते हैं, जो बांस और लकड़ी से बने होते हैं। यहां परंपरागत खेती भी होती है, जिसमें चावल, सब्जियां आदि उगाई जाती हैं। इस गांव में घूमते हुए आप नागा संस्कृति को करीब से जान सकते हैं।
जुलुक: सिक्किम का छोटा-सा पहाड़ी गांव
सिक्किम स्थित जुलुक एक छोटा सा पहाड़ी गांव है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे यहां ठंडी जलवायु रहती है। जुलुक अपने घुमावदार रास्तों और शानदार दृश्यों के लिए जाना जाता है, जहां से कंचनजंगा पर्वत श्रृंखला दिखाई देती है। इस गांव में आप स्थानीय लोगों की जीवनशैली को समझ सकते हैं और उनके साथ बातचीत कर उनकी संस्कृति जान सकते हैं।
मलाना: हिमाचल प्रदेश का रहस्यमयी गांव
हिमाचल प्रदेश स्थित मलाना एक रहस्यमयी गांव माना जाता है, जिसकी अपनी अलग पहचान और संस्कृति है। यह गांव कुल्लू जिले में स्थित एक दुर्गम क्षेत्र में बसा हुआ है, जहां पहुंचना थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन इसका सौंदर्य अद्वितीय है। मलाना अपने प्राचीन मंदिरों और अनूठी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित उत्पाद खरीद सकते हैं।
पंगोट: उत्तराखंड का पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग
उत्तराखंड स्थित पंगोट पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। नैनीताल जिले में बसे इस छोटे से गांव मे लगभग 250 प्रकार की पक्षियां पाई जाती हैं। यहां आकर लोग ट्रेकिंग करते हुए विभिन्न प्रकार की पक्षियोंको देखने का आनंद ले सकतें हैं । इसके अलावा यहां के शांतिपूर्ण वातावरण में बैठकर प्रकृति के बीच समय बिताने का अलग ही मजा है।