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जानिए क्यों महत्वपूर्ण है विटामिन-D और क्या हैं इसकी कमी से उभरने के तरीके
विटामिन-D को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है और इसकी शरीर में पर्याप्त मात्रा इसे स्वस्थ रखने में काफी मदद करती है

जानिए क्यों महत्वपूर्ण है विटामिन-D और क्या हैं इसकी कमी से उभरने के तरीके

लेखन अंजली
Oct 20, 2021
07:00 pm

क्या है खबर?

शरीर को स्वस्थ रखने में कई तरह के विटामिन अहम भूमिका अदा करते हैं। इन्हीं विटामिन्स में से एक है विटामिन-D जिसकी कमी के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के साथ-साथ त्वचा और आंखों से संबंधित कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। आज हम आपको इस विटामिन से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां देने जा रहे हैं जिनके बाद आप यकीनन इसकी कमी से उभरने के तरीके और इसके महत्व को समझ पाएंगे।

भूमिका

विटामिन-D की शरीर में क्या भूमिका है?

विटामिन-D ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। कैल्शियम हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। इसके साथ ही यह नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी मददगार माना जाता है। यही वजह है कि शरीर में विटामिन-D की उपयुक्त मात्रा बेहतर स्वास्थ के लिए जरूरी है।

बीमारियां

शरीर में विटामिन-D की कमी से होने वाली बीमारियां

शरीर में विटामिन-D की कमी के कारण हड्डियों के रोग का जोखिम बढ़ा सकता है। बच्चों को विटामिन-D की कमी के कारण रिकेट्स हो सकता है। यह हड्डियों से जुड़ा एक रोग है जिसकी वजह से बच्चों की हड्डियों का सही ढंग से विकास नहीं हो पाता। विटामिन-D की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर भी हो सकती है और रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां होने की संभावना बढ़ सकती है।

लक्षण

विटामिन-D की कमी के लक्षण

विटामिन-D शरीर की तमाम हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है, इसलिए इसकी कमी के कारण हड्डियों और मांसपेशियो में दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अधिक से अधिक थकान और कमजोरी महसूस होना भी विटामिन-D के लक्षण हैं। इसके अलावा बार-बार बीमार पड़ना भी इसी सूची में शामिल है। अगर आपको इन लक्षणों का अनुभव होता है तो अपना ब्लड टेस्ट कराएं और फिर इसका इलाज करें।

इलाज

विटामिन-D की कमी से कैसे उभरें?

अगर आप विटामिन-D की कमी से उभरने या फिर कहें कि बचे रहना चाहते हैं तो अपनी डाइट में दुग्ध उत्पाद, संतरे का जूस, मशरूम, अनाज और सोया उत्पाद आदि शामिल करें क्योंकि इनमें विटामिन-D उच्च मात्रा में मौजूद होती है। इसके अतिरिक्त रोजाना 10 मिनट के लिए धूप में बैठें। आवश्यकता होने पर डॉक्टरी सलाह पर विटामिन-D सप्लीमेंट्स का सेवन करें और समय-समय पर डॉक्टर से शरीर में विटामिन-D का स्तर चेक कराते रहें।