दिवाली पर भी नियंत्रित रहेगा मधुमेह का स्तर, बस फॉलो करें ये टिप्स
दिवाली हर्षोल्लास और खुशियों का त्योहार है। इस दौरान लगभग हर भारतीय घर में तरह-तरह की मिठाइयां और पकवान बनते हैं और खुद को इन्हें खाने से रोक पाना मुश्किल होता है। हालांकि मधुमेह रोगी अतिरिक्त सावधानियां बरतें ताकि त्योहार के कारण उनकी दिनचर्या प्रभावित न हो। अगर आप मधुमेह रोगी हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे विशेष टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप दिवाली के मौके पर अपने मधुमेह के स्तर को नियंत्रित रख सकते हैं।
खाना न छोड़ें बल्कि थोड़ा-थोड़ा करके खाएं
अगर आप यह सोचकर अपने खाने को छोड़ने वाले हैं कि इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर से आपकी समस्या बढ़ सकती है तो आप गलत हैं। कार्बोहाइड्रेट्स युक्त खाना खाने में कोई समस्या नहीं है, बस इसे दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके खाएं। बेहतर होगा कि इस त्योहारी सीजन में आप दिन में चार से पांच बार में थोड़ा-थोड़ा करके खाना खाएं। इससे आपकी ब्लड शुगर में कोई उतार-चढ़ाव नहीं आएगा।
घर में मिठाइयां बनाकर उनका सीमित मात्रा में करें सेवन
बाजार में मिलने वाली मिठाइयों पर भरोसा नहीं किया जा सकता और पता नहीं होता कि उन्हें बनाते समय किन-किन सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है। इसलिए आप कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी को ध्यान में रखते हुए घर पर ही शुद्ध देसी घी या जैतून के तेल से हलवा, रागी के लड्डू और जलेबी जैसी तरह-तरह की मिठाइयां बनाएं। इस तरह की शुगर फ्री मिठाइयां खाने से मधुमेह का स्तर नियंत्रित रहेगा और आपकी दिवाली भी खराब नहीं होगी।
एक्सरसाइजड पर ध्यान दें और अल्कोहल से दूरी बनाएं
अगर आप अपने ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करते हैं तो दिवाली के दिन भी एक्सरसाइज जरूर करें, भले ही आप घर के कामों में कितना भी व्यस्त क्यों न हों। इसके अतिरिक्त दिवाली के दिन आपके घर में पार्टी है तो दोस्तों के कहने या किसी के दबाव में आकर आप अल्कोहल का सेवन करने से बचें या फिर कम से कम इसका सेवन करें।
त्योहारी सीजन में इन बातों का भी रखें खास ध्यान
इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या खा रहे हैं। अगर आप किसी के घर पर दिवाली का उपहार देने जाते हैं और वहां आपके सामने चॉकलेट या फिर मिठाई का डिब्बा है तो उसे पूरी तरह से नजरअंदाज करें। इसके अतिरिक्त कोका-कोला और फ्लेवर्ड सोडा जैसे पेय पदार्थों का सेवन करने से भी बचें। इसकी बजाय घर में बने ताजे फलों के रस का सेवन करें। वहीं स्नैक्स के तौर पर भुने हुए सूखे मेवों का सेवन करें।