
खरगोश से जुड़े ये 5 रोचक तथ्य नहीं जानते होंगे आप, जानिए इनकी खासियत
क्या है खबर?
खरगोश एक ऐसा पालतू जानवर है, जो अपने प्यारे और चंचल स्वभाव के लिए जाना जाता है।
आमतौर पर इसे घर पर पालतू जानवर के रूप में रखा जाता है, लेकिन इसके बारे में कई ऐसे रोचक तथ्य हैं, जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे।
आइए आज हम आपको खरगोश से जुड़े ऐकुछसे ही रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं, जो आपको हैरान कर देंगे।
#1
खरगोश की सुनने की क्षमता होती है बहुत तेज
खरगोश की सुनने की क्षमता बहुत तेज होती है। इनके कान लगभग 4 फीट दूर की आवाज सुन सकते हैं।
यही नहीं, खरगोश अपने लंबे और खड़े कानों की मदद से 360 डिग्री तक सुन सकते हैं।
इसके अलावा खरगोश अपने कानों को आगे-पीछे और ऊपर-नीचे भी कर सकते हैं, जिससे वे आसपास की हर छोटी से छोटी आवाज को सुन सकते हैं।
इस कारण खरगोश अपने शिकारियों को आसानी से पहचान लेते हैं।
#2
खरगोश के पास होती है तेज गंध पहचानने की क्षमता
खरगोश के पास तेज गंध पहचानने की क्षमता होती है। इनके नथुने लगभग 12 अलग-अलग तरह की गंधों को पहचान सकते हैं।
इसके अलावा खरगोश की नाक में लगभग 100 लाख गंध पहचानने वाले सेल्स होते हैं, जो इन्हें अलग-अलग तरह की गंधों को पहचानने में मदद करते हैं।
खरगोश की यह क्षमता उन्हें अपने शिकारियों को पहचानने और खाने की चीजों को ढूंढने में मदद करती है।
#3
खरगोश के लिए पानी की बजाय हरी सब्जियां हैं बेहतर
खरगोश के लिए पानी की बजाय हरी सब्जियां जैसे पत्तेदार सब्जियां, गाजर, खीरा आदि ज्यादा फायदेमंद होती हैं।
इन्हें खाने से खरगोश का पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और ये लंबे समय तक जीवित रहते हैं।
इसके अलावा खरगोश को पर्याप्त मात्रा में पानी देना भी जरूरी है ताकि वह हाइड्रेटेड रहे और उसकी सेहत ठीक रहे।
इस प्रकार हरी सब्जियां और पानी मिलाकर खरगोश की सेहत का ध्यान रखा जा सकता है।
#4
खरगोश के लिए महत्वपूर्ण होता है सोना
खरगोश के लिए सोना बहुत जरूरी है। ये दिन में लगभग 12-14 घंटे सोते हैं और रात में सक्रिय होते हैं।
जब खरगोश सोते हैं तो उनकी आंखें बंद रहती हैं, लेकिन कभी-कभी उनकी आंखें खुली भी रह जाती हैं।
इसके अलावा खरगोश को सोने के लिए शांत और सुरक्षित जगह चाहिए होती है, जहां वह आराम से सो सके। इस प्रकार खरगोश की नींद का ध्यान रखना जरूरी है।
#5
खरगोश की प्रजातियां होती हैं अलग-अलग
खरगोश की कई अलग-अलग प्रजातियां होती हैं, जिनमें से कुछ बहुत बड़ी होती हैं जबकि कुछ बहुत छोटी होती हैं।
बड़ी प्रजातियों में फ्लॉपर, न्यूज़ीलैंड रेड आदि शामिल हैं, जबकि छोटी प्रजातियों में डच, इंग्लिश स्पॉट आदि शामिल हैं।
हर प्रजाति की अपनी खासियत होती है और इन्हें पालतू जानवर के रूप में रखना अपने-अपने फायदे और नुकसान हो सकते हैं। इसलिए खरगोश खरीदने से पहले उसकी प्रजाति की जानकारी जरूर लें।