2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को दिखेगा, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
नासा ने इस महीने नई खगोलीय घटना हाइब्रिड सूर्य ग्रहण की जानकारी लोगों को दी है।
एक हाइब्रिड (संकर) सूर्य ग्रहण प्रति शताब्दी में केवल कुछ ही बार दिखता है और इस साल आप इसे देख सकते हैं।
यह सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा और इससे पृथ्वी पर चंद्रमा की छाया जैसा नजारा होगा।
आइए आज हम आपको इस सूर्य ग्रहण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
जानकारी
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण क्या है?
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है।
यह तब होती है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है और इस प्रकार पूरे सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है। इस समय के दौरान चंद्रमा पृथ्वी पर एक छाया डालता है, जो दुनिया के कुछ हिस्सों में अंधेरा पैदा करती है।
सभी धर्मों में सूर्य ग्रहण को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं।
जगहें
कहां-कहां दिखाई देगा ग्रहण?
इस खगोलीय घटना को निंगलू ग्रहण के नाम से भी जाना जाता है, जो एक आदिवासी भाषा से लिया गया है।
बता दें कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पश्चिम में स्थित एक दूरस्थ प्रायद्वीप उत्तर-पश्चिम केप पर यह ग्रहण दिखाई देगा।
इसके अलावा यह सूर्य ग्रहण पूर्वी तिमोर के कुछ हिस्सों और पश्चिमी पापुआ के इंडोनेशियाई प्रांत में भी दिखाई देगा।
समय
विभिन्न जगहों पर सूर्य ग्रहण का समय
रिपोर्ट्स के अनुसार, हाइब्रिड सूर्य ग्रहण पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी तिमोर और पूर्वी इंडोनेशिया में सुबह 07:06 बजे से दोपहर 12:29 बजे (भारतीय समयानुसार) के बीच दिखाई देगा।
इस हिसाब से ग्रहण करीब 5 घंटे 23 मिनट तक रहने वाला है।
यह सूर्य ग्रहण भारत और अमेरिका से दिखाई नहीं देगा, लेकिन फ्रांसीसी दक्षिणी क्षेत्र, पापुआ न्यू गिनी और मार्शल द्वीप सहित कुछ अन्य देशों में आंशिक तौर पर दिखाई देगा।
तरीके
कैसे देखें सूर्य ग्रहण?
हर कोई इस दुर्लभ घटना का अनुभव नहीं कर पाएगा।
यहां तक कि जिन देशों में ग्रहण दिखने जा रहा है, वहां भी लोगों को इसे नजदीक से देखने का मौका नहीं मिलेगा।
अगर आप इस तरह घटना को देखने के इच्छुक हैं तो वर्चुअल लाइवस्ट्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा बने, जो कई जगहों पर एक मुफ्त लाइव स्ट्रीम होगा।
इसे आप कई यूट्यूब चैनलों पर भी देख सकते हैं।
अंधविश्वास
सूर्य ग्रहण से जुड़े अंधविश्वास
भारत में कई लोग सूर्य ग्रहण से संबंधित कुछ अंधविश्वासों को मानते हैं और उनका मानना है कि ग्रहण अशुभ संकेतों का प्रतीक है, जो मृत्यु, विनाश और आपदा लाता है।
कुछ का मानना है कि गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए। इससे होने वाले शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसके अतिरिक्त कई लोगों का मानना है कि इस दौरान हानिकारक सूक्ष्म जीवों का विकास होता है, इसलिए खाना नहीं बनाना चाहिए और न ही खाना चाहिए।