हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त न करें इन चीजों का सेवन, बढ़ा सकते हैं बीमारी के जोखिम
क्या है खबर?
हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती है। इससे शरीर की ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है।
इस स्थिति में सही खान-पान बहुत अहम होता है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जो थायराइड के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं।
इसलिए यह जानना जरूरी है कि हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त लोगों को किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए ताकि उनकी सेहत बेहतर बनी रहे।
#1
सोया उत्पादों का सेवन कम करें
सोया उत्पाद जैसे टोफू, सोया दूध और सोया सॉस हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
इनमें मौजूद आइसोफ्लेवोन्स थायराइड हार्मोन के उत्पादन में रुकावट डाल सकते हैं। अगर आप सोया का सेवन करते हैं तो इसे सीमित मात्रा में ही लें।
अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है ताकि आपकी स्थिति के अनुसार सही मात्रा तय की जा सके और आपकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
#2
गोभी जैसी सब्जियों से दूरी बनाएं
गोभी, ब्रोकली और फूलगोभी जैसी सब्जियां गोइट्रोजेनिक होती हैं, जो थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। इनमें मौजूद तत्व थायराइड हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं।
इन्हें कच्चा खाने से बचें क्योंकि पकाने पर इनके गोइट्रोजेनिक गुण कम हो जाते हैं। अगर आप इन्हें खाना चाहते हैं तो इन्हें अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं ताकि इनके हानिकारक प्रभाव कम हों और आप इनका स्वाद भी ले सकें।
#3
ग्लूटेन युक्त अनाज न खाएं
ग्लूटेन युक्त अनाज जैसे गेहूं और जौ हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए समस्याएं खड़ी कर सकते हैं, खासकर अगर उन्हें सीलिएक रोग भी हो।
ग्लूटेन शरीर में सूजन बढ़ा सकता है, जिससे थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
इस स्थिति में ग्लूटेन मुक्त आहार अपनाना फायदेमंद हो सकता है। इससे सूजन कम होती है और थायराइड की कार्यक्षमता बेहतर होती है।
इसलिए आहार में बदलाव करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
#4
चीनी का सेवन सीमित करें
चीनी का अधिक सेवन वजन बढ़ने और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है, जो हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं। इससे शरीर में ऊर्जा की कमी और थकान महसूस हो सकती है।
चीनी की जगह प्राकृतिक मिठास जैसे शहद या गुड़ का उपयोग करना बेहतर होता है।
ये विकल्प न केवल मीठे की तलब को पूरा करते हैं बल्कि शरीर के लिए भी फायदेमंद होते हैं, जिससे आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
#5
प्रोसेस्ड फूड्स से बचें
प्रोसेस्ड फूड्स में अधिक मात्रा में नमक और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।
ये खाद्य पदार्थ वजन बढ़ाने के साथ-साथ उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इनमें मौजूद अप्राकृतिक तत्व शरीर के लिए हानिकारक होते हैं इसलिए इन्हें खाने से बचना चाहिए।
ताजे फल-सब्जियों का सेवन ज्यादा करें क्योंकि ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर को ऊर्जा देते हैं।