सद्भावना दिवस: राजीव गांधी के जन्मदिन पर मनाया जाता है यह दिवस, जानिए अन्य महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था। हर साल उनकी जयंती के मौके पर 'सद्भावना दिवस' मनाया जाता है। इस साल उनकी 79वीं जयंती है।
इस दिन उनके योगदान को याद करते हुए उनके परिवार के सदस्य और कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता श्रद्धांजलि देने नई दिल्ली स्थित उनके समाधि स्थल वीरभूमि जाते हैं।
आइये आज इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
परिचय
राजीव 40 साल की उम्र में बने थे प्रधानमंत्री
राजीव भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाती और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे।
राजीव 1984 से 1989 तक देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे। वह 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे और उन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया था। उन्हें 21वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है।
हर साल इस दिन राजीव को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
हत्या
1991 में हुई थी राजीव गांधी की हत्या
श्रीलंका के लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के आतंकवादियों ने 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में आत्मघाती हमला कर राजीव की हत्या कर दी थी।
वो यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। उसी दौरान लिट्टे की धनु नाम की महिला माला पहनाने के बहाने राजीव के पास आई और बम धमाका कर दिया। इस हमले में राजीव समेत 18 लोगों की मौत हुई थी।
बता दें कि घटना के समय राजीव प्रधानमंत्री नहीं थे।
सद्भावना
1992 में सद्भावना पुरस्कार की स्थापना की गई
राजीव की मृत्यु के एक साल बाद यानी 1992 में राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार की स्थापना की गई थी।
यह पुरस्कार कांग्रेस पार्टी की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा उनके नेता और पार्टी और राष्ट्र में उनके योगदान को श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित किया गया था।
इसमें एक प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है। यह उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने कामों से सामाजिक शांति और सद्भाव को बढ़ावा दिया है।
योगदान
राजीव का देश के विकास में योगदान
राजीव ने देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने 1986 में उच्च शिक्षा कार्यक्रमों के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की थी।
उन्होंने 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली नाम से एक संस्थान की स्थापना की, जो 6 से 12 कक्षा तक मुफ्त आवासीय शिक्षा प्रदान करता है।
इसके अलावा उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीफोन के प्रसार के लिए सार्वजनिक कॉल कार्यालय (PCOs) भी बनवाएं थे।
योगदान
राजीव ने इन चीजों की भी की थी शुरुआत
राजीव ने 1986 में MTNL की स्थापना की थी, जिससे दूरसंचार क्षेत्र में और प्रगति हुई।
उन्होंने देश में कंप्यूटर उपकरणों पर आयात शुल्क घटाने की भी पहल की थी। इतना ही नहीं, राजीव ने मतदान के अधिकार की उम्र 21 से घटाकर 18 वर्ष की थी।
1989 में राजीव ने युवाओं को नौकरी देने के लिए जवाहर रोजगार योजना भी शुरू की थी क्योंकि उनका मानना था कि देश का विकास युवाओं की जागरूकता पर ही निर्भर करता है।