
टैरिफ से बचने के लिए ऐपल अमेरिका में करेगी 8,700 अरब रुपये का निवेश
क्या है खबर?
ऐपल ने अमेरिका में बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि वह अमेरिका में अतिरिक्त 100 अरब डॉलर (लगभग 8,700 अरब रुपये) का निवेश करेगी। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ऐपल आईफोन बनाने के लिए भारत पर निर्भर है, इसलिए यह निवेश टैरिफ से बचने और उत्पादन को अमेरिका में बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
लाभ
अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगा बढ़ावा
ऐपल के CEO टिम कुक ने कहा कि कंपनी 4 वर्षों में अमेरिकी निवेश को 600 अरब डॉलर (लगभग 52,000 अरब रुपये) तक ले जाएगी और नया मैन्युफैक्चरिंग कार्यक्रम शुरू करेगी। इस कार्यक्रम में अमेरिका की 10 कंपनियों के साथ साझेदारी होगी, जो ऐपल उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण पुर्जे बनाती हैं। कुक ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन का आभार जताया। इस विस्तार से अमेरिका में तकनीकी क्षेत्र में नई नौकरियों और स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें पोस्ट
Apple is expanding our US commitment to $600 billion over the next four years. And our new American Manufacturing Program will bring even more jobs and advanced manufacturing to the US. pic.twitter.com/6KWkTGJN3O
— Tim Cook (@tim_cook) August 6, 2025
निर्माण
AI और चिप निर्माण पर रहेगा खास ध्यान
फरवरी में ही ऐपल ने संकेत दिए थे कि उसका मौजूदा निवेश मुख्य रूप से AI, मशीन लर्निंग, सॉफ्टवेयर विकास और सिलिकॉन इंजीनियरिंग पर केंद्रित होगा। नए निवेश से कंपनी अपने प्रमुख पार्टनर्स कॉर्निंग और एमकोर के साथ संबंधों को और मजबूत कर रही है। कॉर्निंग, आईफोन और ऐपल वॉच के लिए ग्लास बनाती है, जबकि एमकोर चिप पैकेजिंग और परीक्षण कार्य करती है। इससे अमेरिका में पूरी सिलिकॉन आपूर्ति श्रृंखला को विकसित करने की कोशिश की जा रही है।
अन्य
राजनीतिक समीकरण भी निभा रही ऐपल
ऐपल ने पहले भी ट्रंप के साथ तालमेल बैठाते हुए काम किया था। 2019 में कुक और ट्रंप ने टेक्सास में मैक प्रो फैक्ट्री का उद्घाटन किया था, जो पहले से चालू थी। अब एक बार फिर, ऐपल अपने पुराने निवेशों को फिर से उजागर कर रहा है, ताकि वे मौजूदा राजनीतिक हालात में सकारात्मक रूप से दिखें। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐपल राष्ट्रपति को खुश रखने के लिए अपनी रणनीति को सावधानी से पेश कर रही है।