मार्च में घूमने की योजना बना रहे हैं? इन जगहों का करें रुख
मार्च बस आने ही वाला है और इस महीने में 3 लंबे सप्ताहांत आने वाले हैं। इनमें से पहला 8 मार्च से लेकर 10 मार्च तक है। इसके बाद दूसरा 23 मार्च से 25 मार्च है, जबकि आखिरी वाला 29 मार्च से 31 तक है। इस महीने में वसंत की शुरुआत भी हो जाती है, इसलिए इस दौरान कई जगहों का मौसम सुहावना होता है। आइए आज हम आपको मार्च में घूमने के लिए 5 बेहतरीन पर्यटन स्थल बताते हैं।
तवांग (अरुणाचल प्रदेश)
अरुणाचल प्रदेश में स्थित तवांग के प्रकृति नजारें की बात ही निराली है। 3,500 मीटर ऊंचाई पर मौजूद इस जगह पर पर्यटक पहाड़, छोटे-छोटे गांव और शांत झीलों को देखने आते हैं। इतना ही नहीं तवांग के बौद्ध मठ भी काफी प्रसिद्ध हैं। याक की सवारी, पहाड़ और नदी किनारे बने खूबसूरत होटल, फूलों की घाटी, कैंपिंग, बाइक राइडिंग और ब्रिज आदि यहां के मुख्य आकर्षण हैं जो पर्यटकों को लुभाते हैं।
बूंदी (राजस्थान)
राजस्थान का बूंदी एक ऐतिहासिक पर्यटक स्थल है, जो खूबसूरत परिदृश्यों के बीच एक शांतिपूर्ण और आरामदेह छुट्टी बिताने के लिए एक आदर्श स्थान है। यह पर्यटन स्थल धार्मिक स्थलों से लेकर खूबसूरत हवेली, प्राचीन किलों और बावड़ियों के लिए लोकप्रिय है। अगर आप इस पर्यटन स्थल की ओर रुख करें तो यहां स्थित तारागढ़ किला, नवल सागर झील, सुख महल, रामगढ़ विषधारी अभ्यारण्य और रानीजी की बाउरी आदि जगहों की यात्रा जरूर करें।
कोडैकानल (तमिलनाडु)
तमिलनाडु में घूमने-फिरने की अनेकों जगहें हैं, जहां जानें के बाद आपका वापस आने का मन ही नहीं होगा। इन्ही में से एक बहुत ही खूबसूरत जगह है, कोडैकानल। यह दक्षिण भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। यहां आकर आप कोडै झील, कोकर का वॉक, पिने वन, कुरिंजी अंदावर मंदिर, डॉलफिन नोज, पेरूमाल पीक, फेयरी फॉल्स, बेयर शोला फॉल्स, फ्लोरा और फौना संग्रहालय आदि पर्यटन स्थल की सैर करके अपनी यात्रा को आनंमय बना सकते हैं।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम)
आकर्षक और आर्द्र मैदानों से भरपूर असम का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान 100 से ज्यादा प्रजातियों के लिए विश्वभर के पक्षियों का बसेरा है। अगर आप एक सींघ वाले गेंडे को देखना चाहते हैं तो यही वह जगह है, जहां आप एक साथ कई विशेष जीवों को देख सकते हैं। मानव जाति के बसेरों से बहुत दूर इस उद्यान में प्रकृति की खूबसूरती देखते ही बनती है। इसके अलावा यह उद्यान यूनेस्को के वैश्विक धरोहरों की सूची में शामिल है।
मरावन्थे बीच (कर्नाटक)
कर्नाटक की कोल्लूर और कोडाचदरी पहाड़ी के पास मरावन्थे बीच स्थित है, जो मीलों-मील तक फैले अपने सफेद रेत के कारण अनछुये समुद्र तट के रूप में जाना जाता है। यह एक शांत जगह है, जहां आप कुछ क्षण प्रकृति नजारों का आनंद लेते हुए सुकून के बिता सकते हैं। वहीं यहां आकर आप प्राकृतिक नजारों के साथ-साथ राजहंस जैसे कई तरह के जीव-जंतुओं और पक्षियों को भी देख सकते हैं।