क्या आपने दक्षिण भारतीय के इन डीप फ्राइड स्नैक्स का स्वाद चखा है?
क्या है खबर?
दक्षिण भारतीय भोजन अपने अनोखे स्वाद और भिन्नता के लिए जाना जाता है। यहां के डीप फ्राइड स्नैक्स का अलग ही मजा है।
इडली और डोसा जैसे व्यंजन आमतौर पर घरों में बनाए जाते हैं, लेकिन कुछ खास स्नैक्स ऐसे हैं जो रोजमर्रा की रसोई में नहीं बनते। हालांकि, इनका स्वाद काफी लाजवाब होता है।
आइए कुछ दक्षिण भारतीय डीप फ्राइड स्नैक्स के बारे में जानते हैं, जिन्हें आपको एक बार जरूर आजमाना चाहिए।
#1
मसाला वड़ा
मसाला वड़ा एक पारंपरिक दक्षिण भारतीय स्नैक है, जो चना दाल, प्याज, हरी मिर्च और मसालों से बनता है।
इसे बनाने के लिए चना दाल को भिगोकर पीस लिया जाता है और उसमें बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च, अदरक और धनिया मिलाया जाता है।
इस मिश्रण को छोटे गोले बनाकर गर्म तेल में तला जाता है जब तक कि वे सुनहरे भूरे न हो जाएं।
मसाला वड़ा चाय या कॉफी के साथ खाने में सबसे ज्यादा अच्छा लगता है।
#2
पनियारम
पनियारम को विशेष रूप से तैयार किए गए पनियारम पैन में बनाया जाता है।
यह व्यंजन चावल और उड़द दाल के घोल से तैयार होता है, जिसमें नारियल का दूध मिलाया जाता है ताकि इसका स्वाद बढ़ सके।
इस घोल को छोटे-छोटे गोल आकार में डालकर तला जाता है जब तक कि वे सुनहरे भूरे रंग के न हो जाएं।
पनियारम की खासियत इसकी मुलायमपन होता है, जो इसे अन्य डीप फ्राइड स्नैक्स से अलग बनाता है।
#3
मुरुक्कु
मुरुक्कु एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय नमकीन है, जिसे विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। यह चावल के आटा, उड़द दाल के आटे, जीरे और तिल मिलाकर तैयार किया जाता है।
इस मिश्रण को गूंथकर पतली लंबी पट्टियों में आकार दिया जाता है, फिर इन्हें गर्म तेल में तल लिया जाता है।
मुरुक्कु की खासियत इसकी कुरकुरी बनावट होती है, जो इसे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी का पसंदीदा बना देती है।
#4
मेदु वड़ा
मेदु वड़ा एक प्रसिद्ध केरला स्टाइल डीप फ्राइड पकवान है, जिसे उड़द दाल से बनाया जाता है।
इसके लिए सबसे पहले उड़द दाल को भिगोकर पीसा जाता है, फिर इसमें अदरक, करी पत्ता, हरी मिर्च आदि मिलाए जाते हैं।
इस मिश्रण को गोल आकार देकर गर्म तेल में तला जाता हैं जब तक कि वे सुनहरे भूरे रंग के न हो जाएं।
इसकी खासियत इसका नरम अंदरूनी हिस्सा है, जबकि बाहर से यह पूरी तरह कुरकुरा होता है।
#5
काई मुरुक्कु
काई मुरुक्कु तमिलनाडु का एक खास मुरुक्कु है, जिसे हाथों से आकार दिया जाता है।
यह चावल के आटे, मूंगफली तेल और जीरा मिलाकर तैयार किया जाता है। इस मिश्रण को हाथों से पतली लंबी पट्टियों में गूंथकर घुमावदार आकृति दी जाती है और फिर गर्म तेल में तला जाता है।
इसे बनाने की प्रक्रिया थोड़ी कठिन होती है, लेकिन इसका स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है, जो इसे खास बनाता है।