त्वचा को कई लाभ दे सकते हैं ये 5 एसेंशियल ऑयल, रोजाना करें इस्तेमाल
लोग अलग-अलग त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए मंहगे उत्पादों में निवेश कर देते हैं, फिर भी उन्हें मनचाहा नतीजा नहीं मिल पाता। ऐसे में त्वचा की देखभाल के रूटीन में रसायन युक्त उत्पादों की जगह एसेंशियल ऑयल्स को शामिल करना लाभदायक हो सकता है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल जैसे गुणों से भरपूर एसेंशियल ऑयल त्वचा के ढीलेपन को दूर करने और निखार बढ़ाने जैसे कई लाभ दे सकते हैं।
चंदन का तेल
चंदन का तेल त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद कर सकता है। यह शरीर से फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करता है। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर यह तेल आपकी त्वचा को आराम देता है और दाने और मुंहासों को आने से रोकता है। यह तेल दाग-धब्बों, झुर्रियों और महीन रेखाओं के खिलाफ भी प्रभावी है और उम्र बढ़ने के संकेतों से लड़ता है।
लैवेंडर का तेल
लैवेंडर के तेल में कई ऐसे विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से निखारने और पोषित करने का काम कर सकते हैं। यही वजह है कि आप इसका उपयोग त्वचा की कई समस्याओं से राहत पाने या फिर किसी स्किन केयर के विकल्प के तौर पर कर सकते हैं। लाभ के लिए एक स्प्रे बोतल में डिस्टिल वाटर और लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर इसका उपयोग फेस मिस्ट के तौर पर करें।
टी ट्री तेल
त्वचा की एलर्जी से छुटकारा पाने के लिए टी ट्री तेल का उपयोग किया जा सकता है। इसमें कई ऐसे गुण शामिल होते हैं, जो एलर्जी के कारण होने वाली सूजन और खुजली से राहत दिला सकते हैं। लाभ के लिए टी ट्री तेल की 6-7 बूंदें और किसी अन्य तेल की एक चम्मच लेकर आपस में मिलाएं और फिर इसे एलर्जी से प्रभावित जगह पर लगाएं। 30 मिनट बाद त्वचा को पानी से धो लें।
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी के तेल में मेथनॉल-डाईक्लोरोमेथेन नामक अर्क पाया जाता है। यह अर्क मुंहासों को दूर करने के साथ-साथ त्वचा की सूजन, एक्जिमा और झुर्रियां दूर करने और घाव भरने के साथ-साथ फंगल इंफेक्शन जैसी कई त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए समस्या से प्रभावित त्वचा पर नीलगिरी के तेल को नारियल तेल के साथ मिलाकर लगाएं। यहां जानिए नीलगिरी के तेल के विभिन्न उपयोग।
खुबानी का तेल
यह तेल विटामिन-A और अन्य फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत है। इसकी बनावट भी हल्की होती है, जिसकी वजह से यह त्वचा में आसानी से अवशोषित हो जाता है और त्वचा को नमी देने के लिए गहरी परतों तक जा सकता है। इससे आपकी त्वचा कोमल और मुलायम रहती है। इसके अलावा यह त्वचा की बनावट में सुधार करने और क्षतिग्रस्त त्वचा को बहाल करने में मदद कर सकता है।