
रोजाना इन 5 सरल योगासन का करें अभ्यास, नहीं आएगी सुस्ती
क्या है खबर?
अक्सर लोग दोपहर और रात के खाने के बीच का समय सुस्त महसूस करने के कारण बर्बाद कर देते हैं। इसका मुख्य कारण है कि लोग दोपहर और रात के खाने के बाद कुछ भी नहीं खाते हैं और जब वे अगली बार खाते हैं तो उन्हें बहुत भूख लगती है। इससे सुस्ती महसूस होती है। आइए आज कुछ ऐसे योगासन के बारे में जानते हैं, जिनका अभ्यास दोपहर और रात के खाने के बीच किया जा सकता है।
#1
वृक्षासन
वृक्षासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं, फिर हाथों से बाएं पैर का घुटना ऊपर लाकर दाएं जांघ पर टिकाएं। इसके बाद दाएं पैर के अंगूठे से जमीन पर दबाव डालते हुए धीरे-धीरे ऊपर की ओर जाएं और हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। इस दौरान दोनों हाथों की हथेलियां आपस में जुड़ी होनी चाहिए। इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद धीरे-धीरे प्रारूप को छोड़ें।
#3
मलासन
मलासन के लिए सबसे पहले जमीन पर दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर उन्हें कूल्हों की रेखा से बाहर फैलाएं। अब झुककर अपने दोनों हाथों को नमस्कार मुद्रा में सामने रखें। इस दौरान पीठ सीधी रखें और शरीर का भार पैरों पर डालें। कुछ मिनट इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़ें। इस आसन से शरीर में लचीलापन बढ़ता है।
#4
विपरीतकरणी
विपरीतकरणी के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद दीवार से सटकर अपने पैरों को ऊपर की तरफ दीवार पर रखें। इस अवस्था में 15 से 20 मिनट तक रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। यह आसन शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है और तनाव को कम करता है।
#5
ताड़ासन
इसके लिए सबसे पहले जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं, फिर पंजों के बल खड़े होते हुए हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाएं। इस अवस्था में शरीर का पूरा भार केवल पैरों की उंगलियों और हाथों की उंगलियों पर होना चाहिए। इस दौरान शरीर को ऊपर की ओर खीचें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। यह आसन शरीर के संतुलन को बेहतर बनाता है।
#6
भुजंगासन
भुजंगासन के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं, फिर अपने हाथों को अपने कंधों के पास रखकर छाती को उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे अपने शरीर को नीचे की ओर करें। इसके बाद हाथों को जमीन पर रखते हुए सिर को उठाएं और सामान्य हो जाएं। यह आसन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है।