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#NewsBytesExplainer: हज 2025 में क्या होगा महिला-पुरुषों का ड्रेस कोड, हज से कितना अलग है उमराह?
हज और उमराह में इहराम के तहत तीर्थय़ात्रियों को विशेष पोषाक पहननी होती है (तस्वीर: अनस्प्लैश)

#NewsBytesExplainer: हज 2025 में क्या होगा महिला-पुरुषों का ड्रेस कोड, हज से कितना अलग है उमराह?

लेखन गजेंद्र
Apr 07, 2025
08:33 pm

क्या है खबर?

हर साल हज और उमराह की पवित्र तीर्थयात्रा के लिए अलग-अलग देशों के लाखों मुस्लिम सऊदी अरब जाते हैं। इस साल हज यात्रा 4 जून से 9 जून, 2025 तक होगी। इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण हिस्सा 'इहराम' नामक पवित्र अवस्था में प्रवेश करना होता है, जिसे लेकर समझा जाता है कि यह किसी खास पोशाक को धारण करने से जुड़ा है, जबकि यह इससे ज्यादा होता है। आइए जानते हैं उमराह और हज यात्रा में 'इहराम' का महत्व।

इहराम

क्या है इहराम का महत्व?

इस्लाम में इहराम को शरीर और मन दोनों में पूर्ण शुद्धता की अवस्था को माना जाता है। हज हो या उमराह दोनों ही तीर्थ पर जाने वाले यात्रियों को इससे जुड़े नियमों और रीति-रिवाजों का पालन करना जरूरी होता है। यह तीर्थयात्रियों को आध्यात्मिक रूप से आगे की पवित्र यात्रा के लिए तैयार करता है। हज और उमराह पर जाने वाले पुरुष तीर्थयात्रियों को इहराम के तहत खास परिधान पहनने होते हैं। हालांकि, महिलाओं को इसकी जरूरत नहीं होती।

परिधान

हज 2025 में पुरुषों के लिए क्या है खास परिधान?

हज के दौरान मुस्लिम पुरुष जो खास पोशाक पहनते हैं, उसे इहराम कहते हैं। यह 2 सादे सफ़ेद कपड़ों से बना होता है, जिसमें एक हिस्सा कमर (इज़ार) पर और दूसरा कंधे (रिदा) पर लपेटा जाता है। इस दौरान पुरुष अंडरवियर, मोजे या सिले हुए कपड़े नहीं पहन सकते तथा उनका सिर खुला रहना चाहिए। साथ ही खुले सैंडल पहनते हैं जो टखने और पैर के ऊपरी हिस्से को दिखाते हैं। यह साधारण पोशाक पवित्रता, विनम्रता और समानता दर्शाती है।

परिधान

महिलाओं के लिए क्या होगा विशेष परिधान?

हज या उमराह जाने वालीं महिलाओं के लिए इहराम के लिए खास परिधान की जरूरत नहीं है। वे कोई भी शालीन, ढीला-ढाला कपड़ा पहन सकती हैं। हालांकि, उससे चेहरा-हाथ छोड़कर पूरा शरीर ढकना चाहिए। महिलाएं लंबे परिधान, पैंट के साथ ट्यूनिक या अबाया जैसे परिधान भी पहन सकती हैं, जिसमें शालीनता हो। यहां परिधान की शैली पर ज्यादा गौर नहीं करते। महिलाओं के पैर ढकने के लिए मजबूत जूते और सिर-कंधा ढकने के लिए स्कार्फ या शॉल ओढ़ना होता है।

अंतर

हज और उमराह में क्या है अंतर?

उमराह हज से छोटी यात्रा है, लेकिन इसका काफी महत्व है। उमराह और हज दोनों में तीर्थयात्री काबा जाकर अनुष्ठान करते हैं। उमराह एक इबादत है, फर्ज नहीं, जबकि हज इस्लाम के पांच प्रमुख स्तंभों में एक है, जिसे हर मुसलमान को अपने जीवन में एक बार करना अनिवार्य है। हालांकि, हज के लिए मुसलमान को आर्थिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से सक्षम होना चाहिए। उमराह को हज से कम समय में पूरा कर सकते हैं।

जानकारी

जीवन में 1 बार उमराह करने की सलाह

मुस्लिमों को जीवन में एक बार उमराह करने की सलाह दी जाती है। उमराह में भी हज के समान कपड़े होते हैं। उमराह छोटा-सरल होता है। हालांकि, हज में उमराह में कुछ रस्में तो समान हैं, लेकिन हज में कुछ अतिरिक्त रस्में भी हैं।