NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / सेवानिवृत्ति के बाद क्या-क्या नहीं कर सकते हैं मुख्य न्यायाधीश?
    अगली खबर
    सेवानिवृत्ति के बाद क्या-क्या नहीं कर सकते हैं मुख्य न्यायाधीश?
    CJI जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं

    सेवानिवृत्ति के बाद क्या-क्या नहीं कर सकते हैं मुख्य न्यायाधीश?

    लेखन आबिद खान
    Nov 08, 2024
    06:43 pm

    क्या है खबर?

    भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

    आज (8 नवंबर) को उनका सुप्रीम कोर्ट में आखिरी कार्यदिवस था।

    इसके बाद जस्टिस खन्ना अगले CJI होंगे, जो 11 नवंबर को कार्यभार संभालेंगे। अपने कार्यकाल के आखिरी दिन भी जस्टिस चंद्रचूड़ ने कई मामलों की सुनवाई की और विदाई को लेकर भावुक भी नजर आए।

    आइए जानते हैं सेवानिवृत्ति के बाद CJI क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।

    वकालत 

    दोबारा शुरू नहीं कर सकते वकालत 

    सेवानिवृत्ति के बाद CJI दोबारा से किसी भी कोर्ट में वकालत नहीं कर सकते।

    संविधान के अनुच्छेद 124(7) के अनुसार, एक बार कार्यकाल समाप्त होने के बाद CJI और सुप्रीम कोर्ट के दूसरे न्यायाधीश को किसी भी भारतीय कोर्ट में वकालत करने से प्रतिबंधित कर दिया जाता है।

    ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि न्यायाधीश अपने कार्यकाल के बाद भी निष्पक्षता बनाए रखें।

    वजह

    वकालत पर क्यों लगाया जाता है प्रतिबंध?

    वकालत पर प्रतिबंध का उद्देश्य न्यायपालिका की स्वतंत्रता और अखंडता में जनता के विश्वास को बनाए रखना है।

    सेवानिवृत्ति के बाद किसी न्यायाधीश को वकालत करने की अनुमति देने से उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों के बारे में संदेह उत्पन्न हो सकता है।

    इसके अलावा ऐसा संभावित पूर्वाग्रहों से बचने, शीर्ष जजों के अधिकार और गरिमा को बनाए रखने और संवेदनशील जानकारी की पहुंच का बाद के मामलों में इस्तेमाल रोकने के लिए भी किया जाता है।

    भूमिकाएं

    पूर्व CJI कौन-कौनसी भूमिकाएं निभा सकते हैं?

    सेवानिवृत्ति के बाद CJI जटिल कानूनी मामलों को सुलझाने में अपनी विशेषज्ञता प्रदान करते हैं।

    मध्यस्थता और सुलह अधिनियम, 1996 के तहत पूर्व जजों को मध्यस्थ बनाया जाता है।

    पूर्व जजों को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग या राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण जैसे आयोगों का अध्यक्ष या सदस्य नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा जज कानूनी शिक्षण संस्थाओं में अध्यापन, व्याख्यान या किताबें भी लिखते हैं।

    सरकार सेवानिवृत्त जजों को राज्यपाल जैसी संवैधानिक भूमिका भी दे सकती है।

    विवाद

    पूर्व जजों की नियुक्ति को लेकर होते रहे हैं विवाद

    पूर्व जजों को सरकारी निकायों में पद देने पर पहले विवाद भी होते रहे हैं।

    हालिया विवाद पूर्व CJI रंजन गोगोई को लेकर हुआ था, जब सरकार ने उन्हें सेवानिवृत्ति के फौरन बाद राज्यसभा का सदस्य मनोनीत कर दिया था।

    इससे पहले पूर्व CJI जस्टिस हिदायतुल्ला उपराष्ट्रपति बने थे। वे कार्यवाहक राष्ट्रपति भी रहे।

    कम से कम 4 पूर्व CJI को अलग-अलग विश्वविद्यालयों का कुलपति नियुक्त किया गया। कई पूर्व CJI राज्यपाल भी रहे।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    सुप्रीम कोर्ट
    डीवाई चंद्रचूड़

    ताज़ा खबरें

    JSW MG को बिक्री में मिली 40 फीसदी की बढ़त, अब तक की सर्वाधिक  MG मोटर्स
    IPL 2025: क्वालीफायर-2 में बारिश ने डाला खलल, मैच धुला तो किसे मिलेगा फाइनल का टिकट? IPL 2025
    ऋतिक रोशन-कियारा आडवाणी समेत फिल्मों में आ रहीं इन 5 नई जोड़ियाें पर सबकी नजर तृप्ति डिमरी
    ग्रिंडर ऐप पर लड़की बनकर धोखाधड़ी कर रहे लड़के, बरतें ये सावधानियां  डेटिंग ऐप्स

    सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर असम सरकार को जारी किया अवमानना नोटिस असम
    तिरूपति लड्डू विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- भगवान को राजनीति से दूर रखें आंध्र प्रदेश
    तिरूपति लड्डू विवाद: सुप्रीम कोर्ट की मुख्यमंत्री को फटकार, प्रयोगशाला रिपोर्ट पर संदेह जताया आंध्र प्रदेश
    सुप्रीम कोर्ट ने IIT-धनबाद को दलित छात्र को प्रवेश देने को कहा, जानिए मामला दलित

    डीवाई चंद्रचूड़

    CJI ने हाई कोर्ट्स के मुख्य न्यायाधीशों को पत्र लिखकर कहा- प्रोटोकॉल सुविधाएं विशेषाधिकार नहीं भारत के मुख्य न्यायाधीश
    हाई कोर्ट जज ने पालतू कुत्ते की मौत पर दिल्ली पुलिस को लिखा पत्र, जानें मामला दिल्ली पुलिस
    क्या CJI चंद्रचूड़ ने लोगों से सरकार का विरोध करने को कहा? जानें पोस्ट का सच सुप्रीम कोर्ट
    #NewsBytesExplainer: लैंगिक रूढ़िवादिता से निपटने के लिए लाई गई सुप्रीम कोर्ट की पुस्तिका में क्या है?  सुप्रीम कोर्ट
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025