नए साल में और तीखे तेवर दिखाएगी सर्दी, जानिए आज कैसा रहेगा मौसम
क्या है खबर?
साल 2024 का आज आखिरी दिन है और नए साल के स्वागत में ठंड के तेवर भी तीखे हो गए। पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले दिनों हुई बारिश के बाद कोहरे ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है।
कोहरे से दृश्यता कमजोर पड़ने से सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, कोहरे के कारण नए साल में ठिठुरन और बढ़ेगी। इसके साथ ही पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।
बारिश
इस राज्य में आज हो सकती है बारिश
राजस्थान में कोहरे के प्रकोप के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। बीते 24 घंटों में अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री लुढ़क गया।
सोमवार को राज्य में सबसे कम तापमान सिरोही में 5.2 डिग्री दर्ज किया गया।
प्रदेश के कुछ इलाकों में 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक हल्की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, ज्यादातर इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता कमजोर पड़ गई है।
गिरावट
उत्तर प्रदेश में इतना गिरा तापमान
उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक गिर गया है। पिछले 2 दिनों से सूरज ने भी बादलों की चादर ओढ रखी है।
अगले 48 घंटों में यहां पारा और गिरने से सर्दी का कहर देखने को मिलेगा।
आज ज्यादातर जिलों में घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बिहार के 13 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है।
पंजाब और हरियाणा में आज भी कोहरा रहेगा और 1 जनवरी से इससे राहत मिल सकती है।
पूर्वानुमान
राजधानी में नए साल पर कैसा रहेगा मौसम?
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी दिल्ली वालों को ठिठुरा रही है। राजधानी में आज सबसे सर्द दिन रहने का अलर्ट जारी किया है। अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम 8 डिग्री रहने के आसार हैं।
इसके अलावा सुबह-शाम कोहरा परेशान कर सकता है। 1 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम 17 डिग्री रह सकता है।
2 से 5 जनवरी तक अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी और यह 22 डिग्री पहुंचेगा, जबकि न्यूनतम 11 डिग्री तक जा सकता है।
बर्फबारी
पहाड़ों में जारी है बर्फबारी का दौर
पहाड़ी राज्य जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी का दौर जारी है। जानकारी के अनुसार, नए साल में 1 से 6 जनवरी के बीच उत्तर के पहाड़ों में लगातार पश्चिमी विक्षोभ के हालात बने रहेंगे।
इसकी वजह से बर्फबारी में इजाफा हो सकता है, जिसका असर मैदानी इलाकों में बारिश के तौर पर देखने को मिलेगा।
कश्मीर के अधिकांश इलाकों में तापमान जमाव बिंदु के नीचे है और लेह में सबसे कम तापमान माइनस 13.2 डिग्री दर्ज किया गया।