
मोदी मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या 11 हुई, 2004 के बाद सबसे ज्यादा
क्या है खबर?
बुधवार को विस्तार के बाद अब मोदी मंत्रिमंडल में महिला मंत्रियों की संख्या 11 हो गई है। 2004 के बाद से केंद्रीय मंत्रिमंडल में महिला सदस्यों की यह सबसे बड़ी संख्या है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नौ और उनसे पहले डॉ मनमोहन सिंह की सरकार के दोनों कार्यकालों में 10-10 महिलाएं मंत्री थीं।
बुधवार को मंत्रिमंडल में कुल सात महिलाओं को शामिल किया गया था।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी
बुधवार को हुआ मोदी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार
बुधवार को मोदी सरकार ने दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार किया था। अब प्रधानमंत्री मोदी की टीम के सदस्यों की संख्या 78 हो गई है।
बुधवार को 15 कैबिनेट और 28 राज्यमंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
बुधवार को मंत्रीपद की शपथ लेने वाली महिला नेताओं में भाजपा की मीनाक्षी लेखी, शोभा कारंदलजे, दर्शना जरदोश, अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, भारती पवार और अपना दल (S) की अनुप्रिया पटेल शामिल हैं।
जानकारी
अनुप्रिया को छोड़कर बाकी महिलाएं पहली बार बनेंगी मंत्री
इनमें से अनुप्रिया पटेल को छोड़कर बाकी छह पहली बार केंद्रीय मंत्री बनी हैं। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री रह चुकी हैं।
इन सात महिलाओं के अलावा निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति और रेणुका सिंह सरूता पहले से ही मंत्रिमंडल में शामिल थीं। वहीं देबश्री चौधरी ने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले इस्तीफा दे दिया था।
इस तरह अब मोदी मंत्रिमंडल में महिला मंत्रियों की संख्या 11 हो गई है।
जानकारी
कर्नाटक में मंत्री रह चुकी हैं कारंदलजे
40 वर्षीय अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सांसद हैं। MBA कर चुकीं पटेल राजनीति में आने से पहले एक निजी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं।
दूसरा बड़ा नाम शोभा कारंदलजे का हैं। 54 वर्षीय कारंदलजे कर्नाटक के उडुपी चिकमगलूर से सांसद है।
दूसरी बार सांसद बनी कारंदलजे को सार्वजनिक जीवन में तीन दशक का अनुभव है। वो कर्नाटक सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं। उन्हें कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है।
मंत्रिमंडल विस्तार
हर्षवर्धन की जगह मीनाक्षी लेखी को मिली जगह
सूरत से सांसद दर्शना विक्रम जरदोश को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। उन्होंने ऐसे समय पर सूरत से जीत दर्ज की थी, जब पटेल-पाटीदार आंदोलन के चलते भाजपा पर भारी दबाव था। वो चार दशक से सार्वजनिक जीवन में हैं।
इनके अलावा पार्टी की तेज-तर्रार नेता और पेशे से वकील मीनाक्षी लेखी को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की है।
जानकारी
झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र की महिला सांसदों को मंत्रीमंडल में जगह
इनके साथ ही झारखंड के कोडर्मा से 51 वर्षीय सांसद अन्नपूर्णा देवी, त्रिपुरा पश्चिम से 52 वर्षीय सांसद प्रतिभा भौमिक और महाराष्ट्र के डिंडोरी से 42 वर्षीय सांसद भारती प्रवीण पवार को मंत्री बनाया गया है।