मध्य प्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कोरोना को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप, FIR दर्ज
मध्य प्रदेश पुलिस ने रविवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के खिलाफ FIR दर्ज की है। उन पर कोरोना वायरस को 'कोरोना का भारतीय वेरिएंट' कहकर भ्रम फैलाने का आरोप है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई टिप्पणी को आधार बनाकर भाजपा नेताओं ने कमलनाथ के खिलाफ शिकायत दी थी। इस पर क्राइम ब्रांच ने भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत कमलनाथ के खिलाफ FIR दर्ज की है।
भाजपा नेताओं का आरोप- कमलनाथ के बयान से देश की छवि को नुकसान
शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ के इस बयान को देशद्रोह करार दिया है। सारंग के अलावा शिकायत करने वालों में विधायक कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा, सुमित पचौरी और आलोक शर्मा आदि शामिल हैं। इन भाजपा नेताओं ने अपनी शिकायत में कहा है कि कमलनाथ ने देश के सम्मान को हानि पहुंचाई है और ऐसी टिप्पणी करना राष्ट्रद्रोह के बराबर है। उनके कारण देश को छवि को नुकसान हुआ है।
कमलनाथ ने देश को बदनाम करने की कोशिश की- सारंग
भास्कर के अनुसार, सारंग ने कहा कि कोरोना के बारे में कमलनाथ ने भ्रामक प्रचार कर भारत का नाम बदनाम करने की कोशिश की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कह रहा है है कि यह कोरोना का इंडियन वेरिएंट नहीं है, लेकिन पता नहीं कमलनाथ को यह दिव्य ज्ञान कहां से प्राप्त हुआ। इंडियन वेरिएंट कह देना सिर्फ बयान नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब करने की कोशिश है। उन्होंने देशद्रोह का काम किया है।
सारंग का कमलनाथ पर किसानों को भड़काने का आरोप
सारंग ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायकों की ऑनलाइन बैठक में कमलनाथ ने किसानों को भड़काने और आग लगाने की चर्चा की थी, जिसके सबूत पुलिस को मिले हैं। इन दोनों मामलों की शिकायत पुलिस से की गई है।
कमलनाथ ने क्या बयान दिया था?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कमलनाथ ने कहा था, "ये बहुत दुख की बात है कि भारत किस तरह पूरे विश्व में बदनाम हो रहा है। ये चीन का वायरस था। आज पूरे विश्व में सबने नाम लिख दिया है कि इंडियन वेरिएंट कोरोना। कई राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस नाम से पुकार रहे हैं- इंडियन वेरिएंट। हमारे जो स्टूडेंट हैं, जो बाहर नौकरी कर रहे थे वो बाहर नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि आप इंडियन हैं।"
कमलनाथ ने सरकार पर लगाया था आंकड़े छिपाने का आरोप
इससे पहले कमलनाथ ने कोरोना से निपटने में मध्य प्रदेश सरकार की रणनीति पर सवाल उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही है।
FIR पर कमलनाथ ने क्या प्रतिक्रिया दी?
कमलनाथ ने कहा, "जब मैंने कहा था कि 1.27 लाख अंतिम संस्कारों में से 80 प्रतिशत लोग कोरोना से मरे थे। अगर सरकार इससे सहमत नहीं है तो वो असली आंकड़े सामने क्यों नहीं लाती। उज्जैन में मैंने कहा था कि मेरा भारत महान की जगह मेरा भारत बदनाम हो गया क्योंकि कई राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इसे इंडियन कोरोना कह रहे हैं। यह FIR हताशा का नतीजा है। जो सवाल पूछ रहा है उसे देशद्रोही बताया जा रहा है।"