कोरोना वायरस: क्या महाराष्ट्र में चरम पार कर गई दूसरी लहर? आंकड़ों से मिलता है संकेत
कोरोना वायरस की पहली लहर की तरह दूसरी लहर से भी महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। राज्य में बेहद भयावह स्थिति है और मुंबई समेत कई शहरों में बेड और इलाज के इंतजाम कम पड़ने लगे हैं। हालांकि अब राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को कुछ राहत मिलने की उम्मीद नजर आने लगी है और राज्य के मामलों के चरम पार करने के संकेत दिखने लगे हैं। आइए ऐसे ही कुछ संकेतों के बारे में जानते हैं।
पिछले 11 दिन से 60,000 के आसपास बने हुए हैं मामले
महाराष्ट्र के दैनिक मामलों का विश्लेषण करें तो सामने आता है कि पिछले 11 दिन से ये 60,000 के आसपास घूम रहे हैं। फरवरी में दूसरी लहर की शुरूआत के बाद से यह पहली बार है जब दैनिक मामले इतने दिन स्थिर रहे हैं और यह मामलों के चरम पर पहुंचने का पहला संकेत हो सकता है। आखिरी बार 4 अप्रैल को मामले 49,447 से बढ़कर 57,074 हुए थे और तब से मामले 60,000 के आसपास बने हुए हैं।
चार दिन पहले आया था मामलों का चरम
इसी तरह महाराष्ट्र में 63,294 मामलों का चरम 11 अप्रैल को दर्ज किया गया था और इसके बाद से मामले इससे कम बने हुए हैं। मार्च के बाद ये यह पहली बार है जब कोई चरम इतने समय तक बरकरार रहा है। इसके बाद से राज्य में 12 अप्रैल को 52,312 मामले, 13 अप्रैल को 60,212 मामले, 14 अप्रैल को 58,952 मामले और 15 अप्रैल को 61,695 मामले सामने आए।
राष्ट्रीय मामलों में कम हुई महाराष्ट्र की हिस्सेदारी
देश के दैनिक मामलों में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी भी राज्य में मामलों के चरम पार करने के संकेत देते हैं। गुरूवार को देश के 2.17 लाख नए मामलों में से 30 प्रतिशत से कम महाराष्ट्र के रहे। यह पिछले दो महीनों में राज्य की सबसे कम हिस्सेदारी है। तीन हफ्ते पहले तक यह आंकड़ा 60 प्रतिशत था। इन तीन हफ्तों में देश के दैनिक मामलों में चार गुना इजाफा हुआ, वहीं महाराष्ट्र के मामले दोगुना ही बढ़े।
आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में घटने लगेंगे मामले- विशेषज्ञ
कंप्यूटर मॉडल के जरिए भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों का अनुमान लगाने वाली IIT कानपुर की एक टीम के सदस्य प्रोफेसर मनिन्दर अग्रवाल ने कहा कि ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र चरम पर पहुंच गया है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा, "इसके बहुत स्पष्ट संकेत हैं। आने वाले कुछ दिनों में हम राज्य में दैनिक मामलों में गिरावट देखने लगेंगे। महाराष्ट्र के सभी बड़े शहर भी चरम पर पहुंच गए हैं या पहुंचने वाले हैं।"
25 अप्रैल तक देश में चरम पर पहुंच सकते हैं मामले- अग्रवाल
अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी एक हफ्ते के अंदर मामलों के चरम पर पहुंचने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा, "इन दो राज्यों में हमारे कंप्यूटर मॉडल के मुताबिक मामले आ रहे हैं। अगर ऐसा जारी रहता है तो ये दोनों राज्य एक हफ्ते में चरम तक पहुंच सकते हैं। अभी ऐसा लगता है कि देश भी 25 अप्रैल तक चरम पर पहुंचने की तरफ बढ़ रहा है।"
महाराष्ट्र और देश में क्या है महामारी की स्थिति?
महाराष्ट्र में अब तक 36,39,855 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है और 59,153 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 6,21,646 सक्रिय मामले हैं। पूरे देश की बात करें तो अभी तक 1,42,91,917 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 1,74,308 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या रिकॉर्ड 15,69,743 हो गई है। देश में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आए और 1,185 मरीजों की मौत हुई।