
रेलवे 74,000 डिब्बों में लगाएगी कैमरे, क्या यात्रियों की गोपनीयता को है खतरा?
क्या है खबर?
भारतीय रेलवे ने 13 जुलाई को घोषणा की कि सभी यात्री डिब्बों में जल्द ही CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। रेल मंत्रालय के मुताबिक, यह कैमरे 15,000 इंजनों के लगभग 74,000 डिब्बों में लगाए जाएंगे। इस योजना को केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की मंजूरी भी मिल चुकी है। रेलवे का कहना है कि यह पहल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है और इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है।
कारण
कैमरे लगाने के पीछे मुख्य कारण सुरक्षा
रेल मंत्रालय ने बताया कि ट्रेनों में CCTV कैमरे लगाने का मकसद सुरक्षा को बेहतर बनाना है। मंत्रालय ने कहा कि कैमरों की मदद से बदमाशों और संगठित गिरोहों की गतिविधियों पर लगाम लगेगी, जो भोले-भाले यात्रियों को निशाना बनाते हैं। इससे ऐसी घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। पहले लगे कुछ कैमरों से अच्छे नतीजे मिलने के बाद मंत्रालय ने अब पूरे देश में इसे लागू करने का निर्णय लिया है।
गोपनीयता
क्या गोपनीयता को है खतरा?
रेल मंत्रालय ने साफ किया है कि यात्रियों की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कैमरे केवल सामान्य आवागमन क्षेत्रों, जैसे डिब्बों के दरवाजों के पास लगाए जाएंगे। हर डिब्बे में 4 कैमरे लगाए जाएंगे, जिसमें 2 कैमरे दोनों दरवाजों के पास। इंजन में 6 कैमरे होंगे, जिसमें सामने, पीछे और दोनों तरफ एक-एक कैमरे शामिल हैं। इसके अलावा, इंजन के अंदर भी डोम कैमरे और माइक्रोफोन लगाए जाएंगे, ताकि निगरानी बेहतर की जा सके।
लाभ
बेहतर तकनीक और AI की भी होगी मदद
रेलवे इस योजना में बेहतरीन तकनीक का उपयोग करेगा। मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने निर्देश दिया है कि कैमरे ऐसे हों जो कम रोशनी और तेज रफ्तार ट्रेनों में भी अच्छी गुणवत्ता वाली रिकॉर्डिंग करें। कैमरे STQC प्रमाणित होंगे और हाई क्वालिटी वाले होंगे। इसके अलावा, रेलवे अधिकारियों को इंडियाAI मिशन के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक को भी इस्तेमाल में लाने की सलाह दी गई है, ताकि निगरानी और अधिक प्रभावी हो सके।