पंजाब में किसानों का राज्यव्यापी बंद आज, राजमार्ग और रेलवे स्टेशनों पर जमा हुए प्रदर्शनकारी
क्या है खबर?
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर पिछले 35 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है।
ऐसे में उनको समर्थन देने के लिए सोमवार को किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने पंजाब में राज्यव्यापी बंद बुलाया है।
बंद के समर्थन में किसान सुबह से प्रमुख सड़कों, राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों पर जमा हो रहे हैं। इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बंद
150 से अधिक ट्रेनें रद्द, स्कूल बंद
पंजाब से गुजरने वाली शताब्दी और वंदे भारत एक्सप्रेस समेत कुल 163 ट्रेन सोमवार को रद्द रहेंगी और कुल 220 ट्रेनें प्रभावित होंगी। किसान 50 जगह रेलवे ट्रैक जाम करेंगे।
बंद शाम 4 बजे तक चलने की उम्मीद है। इस दौरान सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर रहेंगे। हालांकि, पूरे राज्य में आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।
किसान संगठन राजमार्गों और लिंक सड़कों पर 200 से अधिक स्थानों पर चक्का जाम करेंगे, जिससे निजी और सरकारी बसें सड़कों पर नहीं दिखेंगी।
अनुमति
बंद को ट्रक चालकों का समर्थन, एयरपोर्ट जाने वालों को छूट
किसानों के बंद को ट्रक चालकों ने अपना समर्थन दिया है, जिससे फल-सब्जी मंडी पर असर दिख सकता है।
सरकारी कार्यालय, नौकरी के लिए साक्षात्कार, एयरपोर्ट, विवाह समारोह और अन्य जरूरी कार्यों के लिए जाने वालों को किसान छूट देंगे।
किसानों का कहना है कि 13 से अधिक मांगों को लेकर दल्लेवाल की भूख हड़ताल 35वें दिन में पहुंच गई है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
दल्लेवाल की तबीयत लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी पंजाब सरकार को फटकार लगाई है।
ट्विटर पोस्ट
पंजाब में बंद का असर
Watch: The call for a statewide Punjab bandh was made by the farmers' union. Under this call, a complete bandh was observed in Sri Muktsar Sahib today. Shopkeepers stated that they would keep their shops closed for the entire day in support of the farmers pic.twitter.com/YDUkQftHNK
— IANS (@ians_india) December 30, 2024
दिल्ली मार्च
कई बार किया 'दिल्ली मार्च'
किसानों ने इस महीने में कई बार 'दिल्ली मार्च' शुरू किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली नहीं जाने दिया।
पहले 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से किसानों ने दिल्ली कूच शुरू किया था। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे थे, जिनमें 7 किसान घायल हो गए थे।
फिर 8 दिसंबर को भी ऐसा ही हुआ।
इसके बाद 14 दिसंबर को भी 101 किसानों के एक जत्थे को हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर रोक दिया था।