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संसद की सुरक्षा में सेंध: दिल्ली हाई कोर्ट ने 2 आरोपियों को सशर्त जमानत दी
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में 2 आरोपियों को जमानत मिली

संसद की सुरक्षा में सेंध: दिल्ली हाई कोर्ट ने 2 आरोपियों को सशर्त जमानत दी

लेखन गजेंद्र
Jul 02, 2025
11:28 am

क्या है खबर?

दिल्ली हाई कोर्ट ने 2023 में संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में पकड़े गए 6 आरोपियों में 2 को बुधवार को जमानत दे दी। उन्हें 50,000 रुपये का जमानती मुचलका भरना होगा। न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद और न्यायमूर्ति हरीश वैद्यनाथन शंकर की पीठ ने नीलम आजाद और महेश कुमावत की जमानत याचिकाओं पर यह फैसला सुनाया है, जिसे 21 मई को सुरक्षित रखा था। मामले में अभी 4 लोगों को जमानत नहीं मिली है।

जमानत

सोशल मीडिया भी नहीं चला सकेंगे आरोपी

हाई कोर्ट ने नीलम और महेश को जमानत देते हुए आदेश दिया है कि दोनों मीडिया को कोई साक्षात्कार नहीं देंगे। दोनों को सोशल मीडिया पर भी कुछ भी पोस्ट करने से मना किया गया है। दोनों को प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10 बजे पुलिस के समक्ष उपस्थित होने को भी कहा गया है। बता दें, आरोपियों की जमानत को ट्रायल कोर्ट ने खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट में इसे चुनौती दी थी।

सुनवाई

दिल्ली पुलिस ने किया जमानत का विरोध

दिल्ली पुलिस ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि आरोपी 2001 के संसद हमले की 'भूतिया याद' को 'भव्य' नए संसद भवन में वापस लाना चाहते थे। इसके बाद कोर्ट ने पूछा कि क्या धुआं करने वाला उपकरण संसद के अंदर या बाहर ले जाना UAPA के तहत आतंकवादी गतिविधि की परिभाषा में आता है। नीलम के वकील ने कहा कि इस मामले में गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के प्रावधान लागू नहीं होते, इसलिए जमानत मिलनी चाहिए।

घटना

क्या है संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला?

संसद में 13 दिसंबर, 2023 को शून्यकाल के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी अचानक दर्शक दीर्घा से लोकसभा सदन में कूद गए और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। इन्हें भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर विजिटर पास जारी हुआ था। उसी समय संसद के बाहर नीलम और अमोल शिंदे ने "तानाशाही नहीं चलेगी" का नारा लगाकर रंगीन गैस उड़ाया। जांच के दौरान ललित मोहन झा और महेश गिरफ्तार हुए थे।

आरोपी

घटना में कौन और किस तरह शामिल था?

दिल्ली पुलिस ने पूरी साजिश का 'मास्टरमाइंड' ललित झा को बताया, जिसने सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, अमोल शिंदे और महेश के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया। सागर और मनोरंजन ने लोकसभा के अंदर, जबकि नीलम और अमोल ने संसद के बाहर धुआं उड़ाया था। ये सभी आरोपी घटना से पहले गुरुग्राम में रुके थे। वारदात के बाद ललित की महेश कुमावत ने राजस्थान में छिपने में मदद की। सभी पर UAPA के तहत मामला दर्ज हुआ।