
संसद में उठा दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश यशवंत वर्मा का मुद्दा, न्यायिक जवाबदेही का दबाव
क्या है खबर?
दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के सरकारी आवास में बेहिसाब नकदी मिलने का मामला संसद तक पहुंच गया है। शुक्रवार को कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इसे राज्यसभा में उठाया।
कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम ने सभापति जगदीप धनखड़ के सामने मुद्दा उठाते हुए कहा, "आज सुबह हमने दिल्ली हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश के आवास से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के चौंकाने वाले मामले के बारे में पढ़ा है।"
संसद
न्यायिक जवाबदेही तय करने की मांग
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, "इससे पहले, इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों के संबंध में 50 सांसदों ने आपको एक नोटिस सौंपा था। आपने बार-बार न्यायिक जवाबदेही की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं। वास्तव में, आपने इस मुद्दे पर सदन के नेता को निर्देश दिया है। मेरा अनुरोध है कि आप इस पर कुछ टिप्पणियां करें और सरकार को न्यायिक जवाबदेही बढ़ाने के लिए एक प्रस्ताव लाने के लिए आवश्यक निर्देश दें।"
ट्विटर पोस्ट
संसद में उठा मामला
This morning, we read about a shocking case of huge amounts of cash unearthed at the residence of a Delhi High Court judge. Earlier, 50 members of Parliament submitted a notice to you regarding certain remarks made by an Allahabad High Court judge.
— Congress (@INCIndia) March 21, 2025
You have repeatedly called… pic.twitter.com/fJAnEhu4uY
घटना
क्या है मामला?
इलाहाबाद हाई कोर्ट से अक्टूबर 2021 में दिल्ली स्थानांतरित हुए न्यायाधीश वर्मा के सरकारी आवास में कुछ समय पहले आग लग गई थी।
घटना के समय न्यायमूर्ति वर्मा शहर में नहीं थे। तब उनके परिवार ने अग्निशमन विभाग और पुलिस को बुला लिया।
आग बुझाने के बाद टीम ने बंगले का मुआयना किया तो विभिन्न कमरों में भारी मात्रा में नकदी मिली।
इसकी जानकारी CJI संजीव खन्ना को हुई तो उन्होंने कॉलेजियम बैठक बुलाकर न्यायमूर्ति वर्मा का स्थानांतरण कर दिया।