
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई में भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के लिए 2 दिवसीय दौरे पर नॉर्वे जाएंगे
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 15 और 16 मई को 2 दिवसीय दौरे पर नॉर्वे जाएंगे।
ओस्लो में होने वाले शिखर सम्मेलन में सभी 5 नॉर्डिक देशों (नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड और आइसलैंड) के नेता शामिल होंगे।
शिखर सम्मेलन में व्यापार, नवाचार, हरित ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और ब्लू इकोनॉमी में संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा की जाएगी। साथ ही भूराजनीति भी चर्चा का केंद्र होगा।
सम्मेलन
शिखर सम्मेलन से भारत को क्या है उम्मीद?
भारत को नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में अपनी निवेश की उम्मीद है।
इससे पहले 2018 में स्वीडन में आयोजित पहले शिखर सम्मेलन में नॉर्डिक देशों ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में भारत की सदस्यता के लिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया था।
भारत और नॉर्डिक देश आर्कटिक अनुसंधान और जलवायु-संबंधी मुद्दों पर मिलकर काम करने के तरीके भी तलाश रहे हैं। दोनों नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के समर्थक हैं।
चिंता
यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठेगा
बताया जा रहा है कि भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में वैश्विक शांति और सुरक्षा के साथ-साथ रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा हो सकती है।
पिछले साल डेनमार्क में हुए शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और नॉर्डिक नेताओं ने यूक्रेन में मानवीय संकट पर चिंता जताई थी और नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की थी।
बता दें कि नॉर्डिक देशों को रूस के साथ अपनी भौगोलिक निकटता के कारण रूस की ओर से जारी आक्रामकता के बारे में काफी चिंता है।