कोरोना महामारी के कारण माता-पिता खोने वाले बच्चों का संरक्षण बड़ा मुद्दा, भारत में क्या स्थिति?
क्या है खबर?
दुनियाभर में लाखों लोगों को कोरोना वायरस महामारी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है और इनकी मौत से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल और संरक्षण एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है।
भारत समेत दुनियाभर में इन बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदार अब सरकारों पर पड़ी है और वे इसमें कितनी सफल होंगी, ये एक बड़ा सवाल है।
आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि भारत और दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण कुल कितने बच्चों की दुनिया उजड़ गई।
स्टडी
21 देशों में लगभग 15 लाख बच्चों ने खोए माता-पिता
बुधवार को द लैंसेट में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, 21 देशों में लगभग 15 लाख बच्चों को कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक दादा-दादी या रिश्तेदार को खोना पड़ा। इसका मतलब हर 12 सेकंड में एक बच्चा अपने माता-पिता या अभिभावक को खो रहा है।
ये 21 देश वो थे जिनकी वैश्विक कोविड मौतों में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इसके अनुसार, महामारी के आगे बढ़ने के साथ-साथ अनाथ होने वाले बच्चों की संख्या में भी इजाफा होगा।
बयान
अनाथ बच्चों की कई सालों तक मदद करने की जरूरत- डॉ हिलीस
स्टडी का नेतत्व करने वाली डॉ सुसान हिलीस ने कहा कि कोविड महामारी के कारण अनाथ होने वाले बच्चों को प्राथमिकता देने और भविष्य में कई साल तक उनकी मदद करने की जरूरत है।
वहीं स्टडी की सह लेखक और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर लूसी क्लूवर ने कहा कि दुनिया को इस मुद्दे पर तेज प्रतिक्रिया करने की जरूरत है क्योंकि हर 12 सेकंड पर एक बच्चा कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने माता-पिता या एक अभिभावक गंवा रहा है।
भारत की स्थिति
भारत में दूसरी लहर के दौरान 3,000 बच्चे हुए अनाथ
भारत में भी कोरोना वायरस महामारी के दौरान हजारों बच्चे अनाथ हुए हैं। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अप्रैल से 5 जून तक कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ही 3,000 से अधिक बच्चे अनाथ हो गए।
यही नहीं, आयोग के अनुसार 26,000 से अधिक बच्चे ऐसे रहे जिन्हें अपने माता-पिता में से एक को खोना पड़ा।
कुल 30,071 बच्चे ऐसे रहे जिन्हें देखभाल और संरक्षण की जरूरत है।
योजनाएं
भारत में अनाथ बच्चों के लिए शुरू की गईं कई योजनाएं
कोरोना महामारी के दौरान माता-पिता खोने वाले बच्चों के लिए भारत में योजनाएं भी लॉन्च की गई हैं।
इन बच्चों की मदद के लिए केंद्र सरकार PM केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना चला रही है। इसके तहत ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक स्टाइपेंड और 23 साल की उम्र में PM केयर्स से 10 लाख रुपये भुगतान दिया जाएगा।
केंद्र के अलावा दिल्ली, केरल, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने भी ऐसी ही योजनाओं का ऐलान किया है।
कोरोना महामारी
दुनियाभर में क्या है कोरोना महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 19.22 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 41.30 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.42 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 6.10 लाख लोगों की मौत हुई है।
3.13 करोड़ संक्रमितों और 4.19 लाख मौतों के साथ भारत दूसरे नंबर पर है।
तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 1.95 करोड़ संक्रमितों में से 5.46 लाख मरीजों की मौत हुई है।