डॉक्टरों पर हो रहे हमलों के विरोध में 18 जून को देशव्यापी प्रदर्शन करेगा IMA
कोरोना वायरस महामारी के दौरान डॉक्टर और चिकित्साकर्मी अपनी जान को खतरे में डालकर कोरोना संक्रमितों की जान बचाने में जुटे हैं। इसके बाद भी कई जगहों पर डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों पर हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। इन घटनाओं का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कड़ा विरोध किया है और आगामी 18 जून को इसके विरोध में 'रक्षकों को बचाओ' के नारे के साथ देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इन राज्यों में हुई डॉक्टरों पर हमले की घटनाएं
कोरोना महामारी के दौरान देशभर में 700 से अधिक डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी डॉक्टर पूरी जिम्मेदारी के साथ कोरोना संक्रमितों का उपचार करने में जुटे हैं। इसी बीच गत दिनों बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक सहित कई राज्यों में पर कोरोना वार्ड में काम कर रहे डॉक्टरों और नर्सिंगकर्मियों साथ मारपीट और बदसलूकी की घटनाएं सामने आई है। इससे डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों ने खुद की सुरक्षा को लेकर डर बढ़ गया है।
IMA ने की केंद्रीय सुरक्षा कानून लाने की मांग
IMA के अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने कहा कि महामारी अधिनियम के अंतर्गत महामारी में फ्रंटलाइन कोरोना वर्कर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। ऐसे में वह सरकार से दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) और भारतीय दंड संहिता (IPC) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय अस्पताल एवं स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर संरक्षण अधिनियम को लागू करने, प्रत्येक अस्पताल में मानकीकरण और सुरक्षा बढ़ाने तथा अस्पतालों को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग करते हैं।
काली पट्टी बांधकर जताया जाएगा विरोध- जयलाल
डॉ जयलाल ने कहा कि IMA की कार्य समिति ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद डॉक्टरों पर हुए हमलों के खिलाफ 18 जून को देशव्यापी प्रदर्शन करने का निर्णय किया है। जिसका नारा 'रक्षकों को बचाओ' होगा। उन्होंने कहा कि उस दिन देशभर में अपनी सभी राज्य व स्थानीय शाखाओं में डॉक्टर काली पट्टी, मास्क, रिबन, शर्ट (सभी काले रंग का) पहनकर प्रदर्शन करेंगे और चिकित्साकर्मियों पर की जाने वाली हिंसा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे।
चिकित्सा सेवाएं नहीं होगी प्रभावित- जयलाल
डॉ जयलाल ने कहा कि 18 जून को देशभर में कोई भी अस्पताल बंद नहीं रहेगा और चिकित्साकर्मी अन्य दिनों की तरह मरीजों का उपचार करेंगे। हालांकि, उस दिन काली पार्टी, मास्क, रिबन आदि बांधकर हिंसा के खिलाफ कड़ा विरोध जताया जाएगा।
15 जून को मनाया जाएगा राष्ट्रीय मांग दिवस
IMA के बयान में कहा गया है कि 18 जून से पहले 15 जून को राष्ट्रीय मांग दिवस मनाया जाएगा। इसमें देशभर में शाखाओं की तरफ से संवादताता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। एलोपैथी को लेकर योग गुरु रामदेव की हालिया टिप्पणियों पर IMA ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसका पालन किया जाएगा। हालांकि, रामदेव ने सार्वजनिक बयान जारी कर कहा है कि 'डॉक्टर देवदूत हैं' और वो व्यक्तिगत रूप से टीकाकरण के लिए भी जाएंगे।
बिहार में हुई सबसे अधिक डॉक्टरों की मौत
IMA ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 719 डॉक्टरों की मौत हुई है। बिहार में सबसे अधिक 111 मौतें दर्ज की गई हैं। इसी तरह दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश 79, पश्चिम बंगाल 63, राजस्थान 43, आंध्र प्रदेश 35, तेलंगाना 36, तमिलनाडु 32, कर्नाटक नौ और केरल में 24 डॉक्टरों की मौत हुई है। इसके बाद भी डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों पर हमला किया जाना मानवीयता और कानून के खिलाफ है। सरकार को इस पर कदम उठाना चाहिए।