त्रिपुरा: भारी बारिश से हुए भूस्खलन से 22 की मौत, लोगों ने शिविरों में शरण ली
क्या है खबर?
देश के पूर्वोत्तर में बसे त्रिपुरा राज्य में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यहां बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर 22 लोगों की जान जा चुकी है।
राज्य के 2,032 स्थानों पर भूस्खलन की खबरें आईं, जिनमें से 1,789 स्थानों को साफ कर दिया गया है, जबकि अन्य स्थानों पर बहाली का काम चल रहा है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सभी 8 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
भूस्खलन
बारिश के कारण 17 लाख से अधिक लोग हुए प्रभावित
राज्य सरकार ने बताया कि बारिश की वजह से राज्य में 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 65,400 लोगों ने घर क्षतिग्रस्त होने के कारण 450 राहत शिविरों में शरण ली।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि शांतिरबाजार के अश्वनी त्रिपुरा पारा और देबीपुर में भूस्खलन से 10 लोग मलबे में दब गए। इसके अलावा कई अन्य जगह भी घटनाएं हुई हैं।
उन्होंने पीड़ितों के परिवार को 4 लाख देने की घोषणा की है।
मदद
हेलीकॉप्टर से पहुंचाई जा रही मदद
सरकार ने बताया कि बारिश और भूस्खलन की वजह से काफी जानमाल का नुकसान हुआ है। कुल 1,952 सड़के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। साथ ही फसल और पशुओं को भी हानि पहुंची है। वास्तविक आकलन अभी नहीं हुआ है।
केंद्र ने गोमती और दक्षिण त्रिपुरा जिलों में फंसे लोगों को निकालने के लिए 2 हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए हैं। असम राइफल्स ने 750 लोगों को प्रभावित जगहों से बचाया है।
राज्य के विभिन्न भागों में 4 बचाव टुकड़ियां उतरी हैं।