अयोध्या में राम मंदिर के बाद 13 और नए मंदिर बनाने की बड़ी योजना, जानें
अयोध्या में राम मंदिर के अलावा 13 और नए मंदिर बनाने की योजना है। इनमें से 6 मंदिर राम मंदिर परिसर के अंदर और 7 बाहर होंगे। इसकी जानकारी NDTV ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गुरुदेव गिरिजी ने इसके बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया कि मुख्य मंदिर को पूरा करने के काम सहित सभी परियोजनाएं प्रगति पर हैं।
राम मंदिर में पूरा हुआ है केवल एक मंजिल का कार्य
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को मुख्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की थी, लेकिन यहां केवल एक मंजिल का काम ही अभी तक पूरा हुआ है। गुरुदेव गिरिजी ने NDTV को बताया, "दूसरी मंजिल पर काम चल रहा है, जिसके बाद शिखर (केंद्रीय गुंबद) का काम होगा।" उन्होंने बताया कि राम परिवार के 5 प्रमुख मंदिरों का कार्य भी प्रगति पर है। इस तरह कुल 6 मंदिरों का निर्माण परिसर में किया जाएगा।
मंदिर परिसर में कौन-कौन से मंदिर बनाए जा रहे?
गुरुदेव गिरिजी ने बताया कि चूंकि भगवान राम विष्णु के अवतार माने जाते हैं, इसलिए मंदिर परिसर के चारों कोनों में सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति और भगवान शिव को समर्पित 4 मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा सीता की रसोई के पास मां अन्नपूर्णा और राम भक्त हनुमान को समर्पित एक अलग मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन मंदिरों में पहले से काम चल रहा और मूर्तियां स्थापित हो चुकी हैं। अभी कार्य आखिरी चरण में है।
मंदिर परिसर के बाहर कौन से 7 मंदिर बनाए जाएंगे?
गुरुदेव गिरिजी ने बताया कि मंदिर परिसर के बाहर 7 मंदिर होंगे, जो भगवान राम के जीवन में हिस्सा लेने वाले लोगों को समर्पित होंगे। उन्होंने बताया कि ये मंदिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी और ऋषिपत्नी देवी अहिल्या को समर्पित होंगे। इसके अलावा राम मंदिर के दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है, जहां जटायु प्रतिमा स्थापित की गई।
राम मंदिर में भक्तों की भीड़ जारी
राम मंदिर को 23 जनवरी को ही सभी भक्तों के लिए खोल दिया गया। इसके बाद से यहां भारी संख्या में भक्त भगवान राम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मंगलवार को करीब 5 लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन किये। आज भी भीड़ इतनी है कि पुलिस प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना कठिन हो गया है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए फिलहाल मंदिर के अंदर और बाहर लगभग 1,000 जवानों को तैनात किया गया है।