राम मंदिर: 81 साल पहले आई 'राम राज्य' थी अमेरिका में दिखाई गई पहली भारतीय फिल्म
क्या है खबर?
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां देशभर में जोरों-शोरों से चल रही हैं। पूरा देश इस वक्त श्रीराम की भक्ति में रमा हुआ है।
22 जनवरी यानी आज अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर हम आपको 81 साल पहले पर्दे पर आई फिल्म 'राम राज्य' के बारे में बताने वाले हैं।
यह एकमात्र भारतीय फिल्म है, जिसे महात्मा गांधी ने देखा और उस जमाने में इस फिल्म ने छप्परफाड़ कमाई की।
लोकप्रियता
102 हफ्तों तक चली फिल्म
महात्मा गांधी ने अगर अपनी जिंदगी में कोई हिंदी फिल्म देखी तो वो 1943 में रिलीज हुई फिल्म 'राम राज्य' है। भगवान राम और सीता के 14 वर्षों के वनवास पर आधारित फिल्म 'राम राज्य' 1943 में रिलीज हुई थी।
विजय भट्ट के निर्देशन में बनी यह फिल्म उस जमाने में सुपरहिट साबित हुई थी।
यह 1943 की तीसरी सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह 102 हफ्तों तक सिनेमाघरों में चली थी।
दूरी
सिनेमा से दूर भागते थे 'बापू'
गांधी सिनेमा से इतनी दूरी रखते थे कि 1931 में जब चार्ली चैपलिन ने उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की तो पहले गांधी जी को ये बताया गया कि चैपलिन हैं कौन?
हालांकि, गांधी अपने आंदोलनों में जब स्वतंत्र भारत में लोकतंत्र के सपने पर बात करते थे तो इसकी तुलना 'राम राज्य' से करते थे।
यही वजह थी कि अपने सारे पूर्वाग्रह किनारे रखते हुए बापू ने जो एकमात्र भारतीय फिल्म देखी, वो विजय भट्ट की 'राम राज्य' थी।
स्क्रीनिंग
अमेरिका में दिखाई जाने वाली पहली भारतीय फिल्म
राम राज्य अमेरिका में दिखाए जाने वाली पहली भारतीय फिल्म है। न्यूयॉर्क के म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट में इस फिल्म का प्रीमियर रखा गया था।
इसके बाद द इंडियन सोसायटी द्वारा इसकी 2 और स्क्रीनिंग रखी गई थी। लोगों के मन में फिल्म ने कई सवाल भी पैदा किए।
भारत की आजादी से ठीक पहले के सालों में सिनेमा की लोकप्रियता बहुत तेजी से बढ़ रही थी। इसी का फायदा हुआ कि इसे अमेरिका में स्क्रीनिंग का मौका मिला।
लोकप्रियता
रंगीन रीमेक भी बना
भगवान राम और सीता के 14 वर्षों के वनवास पर आधारित 'राम राज्य' का बाद में रंगीन रीमेक भी बनाया गया। फिल्म में प्रेम अदीब ने राम का, शोभना समर्थ ने सीता का और उमाकांत ने लक्ष्मण का किरदार निभाया।
बॉम्बे टॉकीज की मसाला एंटरटेनर 'किस्मत' और के एल सहगल की 'तानसेन' के बाद रामायण की कहानी कहने वाली 'राम राज्य' 1943 की तीसरी सबसे बड़ी हिंदी फिल्म थी।
यूट्यूब पर यह फिल्म देखी जा सकती है।