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इस साल साइबर अपराधियों ने लूटे 11,000 करोड़, शेयर बाजार के नाम पर सबसे ज्यादा धोखाधड़ी
2024 में अब तक साइबर अपराधियों ने 11,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है

इस साल साइबर अपराधियों ने लूटे 11,000 करोड़, शेयर बाजार के नाम पर सबसे ज्यादा धोखाधड़ी

लेखन आबिद खान
Nov 27, 2024
03:33 pm

क्या है खबर?

देश में साइबर अपराधियों की गतिविधियां बढ़ती ही जा रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 के शुरुआती 9 महीने में साइबर धोखाधड़ी के चलते भारतीय नागरिकों को 11,333 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इंडियन एक्सप्रेस ने सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम (CFCFRMS) के आंकड़ों के हवाले से कहा कि 2024 में देश में लगभग 12 लाख साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज की गई हैं।

शेयर बाजार

शेयर बाजार में निवेश के नाम पर सबसे ज्यादा धोखाधड़ी

आंकड़ों के मुताबिक, शेयर बाजार में निवेश के नाम पर लोगों से सबसे ज्यादा धोखाधड़ी की गई है। कुल 12 लाख शिकायतों में से 2.28 लाख शिकायतें शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी हुई थीं। इनसे लोगों को 4,636 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा दूसरी निवेश-आधारित 1,00,360 शिकायतों से 3,216 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 2021 से अब तक साइबर अपराधों से जुड़ीं 30.05 लाख शिकायतें मिली हैं।

डिजिटल अरेस्ट

डिजिटल अरेस्ट में लोगों ने गंवाए 1,616 करोड़ रुपये 

साल के शुरुआती 9 महीनों में डिजिटल अरेस्ट की 63,481 शिकायतें मिली हैं, जिनसे 1,616 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हाल ही में डिजिटल अरेस्ट काफी चर्चाओं में रहा है। 'मन की बात' के 115वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों को 'डिजिटल अरेस्ट' के बारे में आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि कोई भी सरकारी एजेंसी जांच के लिए फोन या वीडियो कॉल के जरिए किसी व्यक्ति से संपर्क नहीं करती है।

अपराध

किस तरह के अपराधों को अंजाम दे रहे साइबर अपराधी?

रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधी, निवेश और नौकरी, तुरंत लोन, डिजिटल अरेस्ट, डेटिंग घोटाला, धन वापसी घोटाला, फर्जी गेमिंग ऐप और सेक्सटॉर्शन जैसे तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। CFCFRMS के पास 2023 में साइबर अपराधों से संबंधित 11,31,221, 2022 में 5,14,741 और 2021 में 1,35,242 शिकायतें आई थीं। इस साल की पहली तिमाही में केवल डिजिटल अरेस्ट के चलते लोगों ने 120.3 करोड़ रुपये गंवाए हैं।

 बैंक खाते

अपराधों में लिप्त 4.5 लाख बैंक खाते किए गए सील

भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (I4C) ने बीते एक साल में साइबर अपराधों से जुड़ी गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले 4.5 लाख बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। इसके अलावा दूरसंचार मंत्रालय के सहयोग से I4C ने दक्षिण-पूर्व एशिया से संचालित साइबर अपराधियों से जुड़े 17,000 व्हाट्सएप अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, अपराधी राशि को चेक, डिजिटल मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी या ई-वॉलेट का उपयोग कर खाते से निकाल लेते हैं।