कोरोना वायरस: 2 जनवरी को पूरे देश में होगा वैक्सीनेशन का पूर्वाभ्यास
क्या है खबर?
चार राज्यों के बाद अब देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2 जनवरी को कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन का ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया जाएगा। आज इसका ऐलान करते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन जगहों पर ये ड्राई रन किया जाएगा।
इसके अलावा कुछ राज्यों में ऐसे जिलों में भी ड्राई रन किया जाएगा जहां इलाका कठिन है या फिर लॉजिस्टिक सपोर्ट काफी खस्ताहाल है।
पहला चरण
28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में हुआ था ड्राई रन
बता दें कि इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों, आंध्र प्रदेश, गुजरात, असम और पंजाब, में वैक्सीनेशन का ड्राई रन हुआ था।
इन सभी राज्यों के दो-दो जिलों में 100 लोगों को डमी वैक्सीन की खुराक दी गई थी और इसके लिए हर जिले में पांच वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए थे।
ये ड्राई रन पूरी तरह से सफल रहा था और इसमें शामिल चारों राज्यों ने वैक्सीनेशन के लिए बनाई गई व्यवस्था पर संतुष्टि जताई थी।
ड्राई रन
क्या होता है ड्राई रन?
आसान शब्दों में कहें तो ड्राई रन का मतलब है वैक्सीनेशन की पूरी प्रक्रिया का ट्रायल। इसमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में शामिल कोल्ड स्टोरेज चैन से लेकर यातायात तक हर चीज का ट्रायल किया जाएगा।
लाभार्थियों की पहचान करने और वैक्सीनेशन की अन्य महत्पूर्ण जानकारियां रखने के लिए बनाए गए सरकार के Co-WIN इलेक्ट्रॉनिक एप्लीकेशन की उपयोगिता की समीक्षा भी की जाएगी।
बता दें कि ड्राई रन के दौरान असली की बजाय डमी वैक्सीन दी जाती है।
महत्व
क्यों महत्वपूर्ण है ड्राई रन?
ड्राई रन के जरिए ये पता चलता है कि देश और राज्यों की व्यवस्था वैक्सीनेशन की असल प्रक्रिया के लिए कितनी तैयार है। इसके जरिए व्यवस्था की खामियां भी सामने आ जाती हैं और असली वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले इन्हें ठीक करने का समय मिल जाता है।
इसके अलावा वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी ड्राई रन के दौरान मौजूद रहेंगे और उन्हें पहली बार जमीनी स्तर पर काम करने और अपनी भूमिका समझने का मौका मिलेगा।
संकेत
भारत में जल्द मिल सकती है वैक्सीन को मंजूरी
गौरतलब है कि देशभर में ड्राई रन करने का ये फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब आज ही अपने एक बयान में देश के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) डॉ वीजी सोमानी ने बेहद जल्द किसी वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने का संकेत दिया है।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि संभवतः नए साल पर देश के पास एक वैक्सीन होगी। उनका ये बयान शुक्रवार को वैक्सीन पर विशेषज्ञ समिति की अहम बैठक से पहले आया है।
जानकारी
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन को मिल सकती है सबसे पहले मंजूरी
माना जा रहा है कि DCGI सबसे पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविड वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे सकता है, जिसका भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ट्रायल कर रहा है। शुरूआत में कंपनी की अधिकांश खुराकें भारत को जाएंगी।
वैक्सीनेशन
पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
वैक्सीन को मंजूरी के बाद भारत में जनवरी से कोरोना वायरस वैक्सीन का वितरण शुरू होने की संभावना है और सरकार की पहले चरण में जुलाई तक लगभग 30 करोड़ लोगो को वैक्सीन लगाने की योजना है।
सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, महामारी में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे अन्य कर्मियों और बुजुर्ग लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में स्वस्थ और युवा लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार का लक्ष्य सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का है।
मौजूदा स्थिति
भारत में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
भारत में अभी तक लगभग 1.03 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है और लगभग 1.49 लाख लोगों की मौत हुई है।
पिछले कुछ महीने में देश में संक्रमण की स्थिति बेहतर हुई है और सितंबर में लगभग 95,000 के पीक के मुकाबले अभी देश में रोजाना 20,000 के आसपास नए मामले सामने आ रहे हैं। दैनिक मौतों की संख्या भी 1,100 से घटकर 300 से कम पर आ गई है।
रिकवरी रेट 96.04 प्रतिशत है।