तिरूपति लड्डू विवाद: ब्लैक लिस्ट डेयरी ने दूसरी कंपनियों के जरिए मिलावटी घी की आपूर्ति की
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश के तिरूपति मंदिर में मिलावटी लड्डू मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) ने अपनी रिमांड रिपोर्ट दाखिल की है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जिस फर्म को निविदा प्रक्रिया से अयोग्य घोषित कर ब्लैक लिस्ट में डाला गया था, उसने दूसरी कंपनियों के जरिए भगवान वेंकटेश्वर मंदिर को मिलावटी घी की आपूर्ति की थी।
रिपोर्ट को स्थानीय कोर्ट में दाखिल किया गया है। रिपोर्ट में 4 आरोपियों के नाम भी शामिल हैं।
खुलासा
2022 में डेयरी को बाहर किया गया था
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी प्राइवेट लिमिटेड ने कथित तौर पर अपनी प्रॉक्सी कंपनी वैष्णवी डेयरी और एआर डेयरी के जरिए घी की आपूर्ति की थी।
भोले बाबा डेयरी ने 2019 में तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) को 291 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से घी आपूर्ति शुरू की थी। इसके बाद TTD ने कंपनी को 2022 में ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था।
TTD अपने प्रसिद्ध प्रसादम लड्डू के लिए 15,000 किलोग्राम घी का उपयोग करता है।
रिपोर्ट
भोले बाबा डेयरी को निरीक्षण के बाद काली सूची में डाला था
रिपोर्ट के मुताबिक, भोले डेयरी 2022 तक घी आपूर्ति करती रही, लेकिन TTD ने डेयरी सुविधाओं का निरीक्षण कर निष्कर्ष निकाला तो इसकी विनिर्माण प्रथाएं संतोषजनक नहीं मिली, जिसके बाद इसे निविदा प्रक्रिया से अयोग्य किया गया।
हालांकि, इसके बाद भी TTD ने कंपनी के 2 प्रॉक्सी कंपनियों से घी खरीदना जारी रखा। वैष्णवी डेयरी ने 2020 में घी आपूर्ति के लिए निविदा हासिल की थी।
एआर डेयरी ने मार्च 2024 में निविदा के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे।
खुलासा
डेयरी किस तरह करती थी खेल?
रिपोर्ट में बताया गया है कि भोले बाबा डेयरी ने निविदा प्रक्रिया के दौरान अपने प्रतिनिधियों की मदद की और निविदा प्राप्त करने के लिए दस्तावेज में हेराफेरी की।
निविदा के मुताबिक, एआर डेयरी को घी का निर्माण और आपूर्ति करनी थी, लेकिन उसने वैष्णवी डेयरी से घी खरीदा, जो वास्तव में काली सूची की कंपनी भोले बाबा डेयरी से इसे खरीदकर TTD को आपूर्ति कर रही थी।
एआर ने एगमार्क मानक की जगह मिलावटी घी आपूर्ति की थी।
जानकारी
इनके खिलाफ दायर की गई रिमांड रिपोर्ट
SIT की रिमांड रिपोर्ट में रुड़की स्थित भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक पोमिल जैन और बिपिन जैन के अलावा पूनमबक्कम स्थित वैष्णवी डेयरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अपूर्व विनय कांत चावड़ा और डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी के MD राजू राजशेखरन शामिल हैं।
विवाद
क्या है लड्डू विवाद?
आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) सरकार ने पिछले साल दावा किया था कि भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में भक्तों के प्रसादम लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई गई थी।
मामले में काफी विवाद हुआ और TDP ने पूर्व की जगन रेड्डी की सरकार पर इसका सीधा आरोप लगाया।
मामले में CBI के दो अधिकारी, आंध्र प्रदेश सरकार के दो अधिकारी और भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण के एक अधिकारी सहित 5 सदस्यीय टीम मामले की जांच कर रही है।