आंध्र प्रदेश: मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का दावा- तिरूपति मंदिर के लड्डू में पशु चर्बी का इस्तेमाल
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने पिछली YSR कांग्रेस पार्टी की सरकार पर तिरूपति मंदिर के लड्डू में पशु चर्बी इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। नायडू ने अमरावती में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के विधायक दल की बैठक में कहा, "YSR के नेताओं ने तिरूमाला में अन्नदामन (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया और लड्डू में घी की जगह पशु चर्बी का इस्तेमाल किया। अब शुद्ध घी उपयोग हो रहा है।"
YSR कांग्रेस पार्टी ने आरोपों को नकारा
नायडू के आरोपों के बाद उनके बेटे और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री लोकेश नारा ने भी जगन रेड्डी की पिछली सरकार को घेरा। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'तिरूमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है। मुझे जानकर आश्चर्य हुआ कि जगन प्रशासन ने तिरूपति प्रसादम में घी के बजाय पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।" मामले पर YSR कांग्रेस नेता, राज्यसभा सांसद और तिरूमला तिरूपति देवस्थानम (TTD) के पूर्व अध्यक्ष सुब्बा रेड्डी ने आरोपों को झूठ बताया है।
YSR कांग्रेस ने नेता ने नायडू को मंदिर के सामने शपथ लेने को कहा
रेड्डी ने एक्स पर लिखा, 'तिरूमाला प्रसादम के बारे में उनकी टिप्पणी बेहद दुर्भावनापूर्ण है। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।' रेड्डी ने कहा कि नायडू ने अपनी टिप्पणियों से तिरूमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने नायडू को चुनौती दी कि वह भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए अपने परिवार के साथ देवता के सामने मामले पर शपथ लेंगे, क्या नायडू भी ऐसा करेंगे?
विश्व प्रसिद्ध मंदिर है तिरुपति
आंध्र प्रदेश के तिरूपति जिले में तिरुमाला पहाड़ी पर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर है। इसे तिरूपति बालाजी के नाम से विश्व में जानते हैं। मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वेंकटेश्वर ने लोगों को कलियुग के कष्टों से बचाने के लिए अवतार लिया था। इसलिए मंदिर को कलियुग वैकुंठ और वेंकटेश्वर को कलियुग प्रत्यक्ष दैवम कहते हैं। मंदिर का संचालन TTD करती है, जो आंध्र सरकार के नियंत्रण में है।