इंदौर: 36 लोगों की मौत के बाद जागा प्रशासन, मंदिर के अवैध निर्माण को किया ध्वस्त
मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे में 36 लोगों की मौत के बाद नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को मंदिर के अवैध निर्माण को 5 बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान मंदिर के आसपास 4 थानों के पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। मौके पर जिलाधिकारी और उप नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मंदिर में अवैध निर्माण किया गया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
क्या था मामला?
इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में रामनवमी के दिन बड़ा हादसा हुआ था। यहां मंदिर ट्रस्ट की ओर से बावड़ी के ऊपर अवैध निर्माण किया गया था। इसके ऊपर हवन कार्यक्रम चल रहा था और अचानक छत ढह गई। इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे। सरकार ने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये थे। इसके अलावा मंदिर ट्रस्ट के 2 पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
मंदिर में हुए अवैध निर्माण को प्रशासन ने किया ध्वस्त
टाला जा सकता था इंदौर हादसा
बता दें कि बेलेश्वर महादेव मंदिर समिति ने बिना नगर निगम की अनुमति से 30 साल पहले अवैध रूप से बावड़ी को ढककर उसके ऊपर निर्माण किया था। इस मामले में स्थानीय लोगों की शिकायत पर निगम ने अप्रैल, 2022 को मंदिर समिति को नोटिस जारी कर बावड़ी को खोलने का आदेश दिया था, लेकिन फिर निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की। मंदिर ट्रस्ट द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने की चेतावनी के बाद निगम पीछे हट गया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को दिये निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को जिलाधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने प्राचीन कुओं और बावड़ियों की चिन्हित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थानों की पहचान करके उन्हें सुरक्षित किया जाए, ताकि इंदौर जैसी दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा कि शासकीय भूमि पर कुएं और बावड़ियों के खुले मिलने की स्थिति में संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और निजी भूमि पर संबंधित भू-स्वामी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद हरकत में आया जिला प्रशासन
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद इंदौर जिला प्रशासन ने भी CRPC की धारा 144 के तहत सभी बावड़ियों को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश जारी किये हैं। जिलाधिकारी इलैयाराजा टी ने कहा कि जिलेभर में सभी बावड़ियों और कुओं का सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंदौर नगर निगम के अधिकारी इंदौर में 629 जल निकायों का भी सर्वे करेंगे, जिनमें कुएं और बावड़ी के स्थान के अलावा उनके मालिकों का रिकॉर्ड भी दर्ज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने मुआवजे का किया ऐलान
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज ने इंदौर मंदिर में हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि सभी घायलों के इलाज का खर्चा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। हादसे को लेकर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने कोष से मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे का ऐलान किया था।